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संतोष गुप्ता, जशपुर- पच्चास रुपए का उधार अगर नहीं दे पाया तो क्या उसके छोटे भाई की हत्या कर दी जाएगी. इतने रुपए के लिए कोई कैसे हत्या कर सकता है. लेकिन सात साल के एक बालक की सिर्फ पच्चास रुपए के लिए निर्मम हत्या कर दी गई. ये दिल दहला देने वाली घटना जशपुर जिले की है. दरअसल उसके बड़े भाई ने रुपए उधार लिया था, जिसे वह पटा नहीं पाया था. ये बाद इन चारों को इतना नागवार गुजरा की उसके छोटे भाई की जान ले ली.
हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद चारों अपचारी बालकों ने निर्माणाधीन कुएं में शव को फेंक दिया, ताकि पुलिस को लगे कि बालक की मौत कुएं में डुबने से हुई है. सिटी कोतवाली पुलिस ने चारों अपचारी बालक को अपने हिरासत में ले लिया है. शनिवार को पुलिस अपचारी बालकों को संप्रेषण गृह भेजेगी.
मृतक मयंक भगत पिता प्रकाश भगत शहर के शासकीय बुनियादी प्राथमिक स्कूल के कक्षा दूसरी का छात्र था. 4 मार्च को महाशिवरात्रि के दिन शहर से लगे बेलमहादेव में लगने वाले मेले में घुमने के लिए मयंक गया हुआ था. लेकिन देर रात तक भी घर नहीं लौटा. 5 मार्च को उनके पिता प्रकाश भगत ने सिटी कोतवाली जशपुर में पुत्र के गुमशुदगी की सूचना दी. 6 मार्च के दिन पुलिस को शहर के एक निर्माणाधीन कुएं में मयंक की लाश मिली. पोस्टमार्टम के बाद पुलिस को जानकारी मिली की मयंक की हत्या की गई है.
पुलिस ने बताया कि मृतक का बड़ा भाई अपचारी बालकों से 50 रुपए कभी लिया था, जिसे लौटा नहीं पाया था. महाशिवरात्रि के दिन जब मयंक मेला देखकर अपने एक दोस्त के साथ घर लौट रहा था, उसी दौरान चारों अपचारी बालक उसका रास्ता रोककर मयंक के मुंह और नाक को दबाकर जेब से पैसा निकालने लगे, जबकि उसके जेब में पैसा नहीं था. इस बीच उसका दोस्त वहां से डरकर भाग गया. नाक व मुंह दबाने की वजह से उसकी मौत हो गई. इस बीच चारों अपचारी बालकों ने अंधेरा होने के बाद शव को निर्माणाधीन कुएं में डालकर वहां से फरार हो गए.