RPF Latest News: प्रतीक चौहान. रायपुर. रेल मंत्री रेलवे में वीवीआईपी कल्चर खत्म करने के लगातार प्रयास करते रहे है. उन्होंने जीएम के वार्षिक निरीक्षण बंद कर दिए, अधिकारियों के बंगले से रेलवे के खर्चे पर जा रहे प्यून बंद कर दिए, ऑफिस से घंटियां हटवा दी, लेकिन रेल मंत्री के इस वीवीआईपी कल्चर को बंद करने के प्रयासों पर आरपीएफ अधिकारियों ने पानी फेर रखा है. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन का आलम ये है कि यहां आईजी के लिए इंस्पेक्टर अपने खर्चे पर Red Carpet बिछा रहे है और उसी कार्पेट में अधिकारी सलामी भी ले रहे, सलामी भी Goggles पहनकर.

दरअसल दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के आईजी मुनव्वर खुर्शीद भाटापारा आरपीएफ पोस्ट का निरीक्षण करने शनिवार को पहुंचे थे, उनके स्वागत और उन्हें खुश करने इंस्पेक्टर रामा शंकर मिश्रा ने थाने के बाहर रेड कार्पेट बिछवा दी. इतना ही नहीं आईजी के स्वागत में अपने खर्चे से फूलों से सजाया गया था. इसके अलावा अपने खर्चे पर थाने के आस-पास टेंट हाउस से पर्दे मंगवाकर साज-सज्जा की गई.

Goggles पहनकर आईजी ने ली जवानों और अधिकारियों से सलामी

आरपीएफ पोस्ट भाटापारा के निरीक्षण के दौरान रेड कार्पेट में जब आईजी जवानों और अधिकारियों से सलामी ले रहे थे उस वक्त उन्होंने ब्लैक Goggles पहनकर रखा था. इस संबंध में लल्लूराम डॉट कॉम ने आरपीएफ के कुछ सूत्रों से बात की कि यदि वे ब्लैक गॉगल पहनकर सलामी दे या लें तो ? तो उनका कहना था कि उन्हें ऐसा करने पर अब तक चार्जशीट मिल जाती.

 इसके बाद हमने एक वरिष्ठ IPS अधिकारी से भी बात की, कि क्या कोई वर्दी पहनकर अधिकारी सलामी ले या दे सकता है ? तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि नहीं… गॉगल पहकर न सलामी ली जानी चाहिए और न दी जानी चाहिए. हालांकि उन्होंने आंखों के इंफेक्शन के दौरान गॉगल पहनने की संभावना भी व्यक्त की.

लेकिन लल्लूराम डॉट कॉम ने आरपीएफ आईजी के निरीक्षण के दौरान की बाकी तस्वीरें भी निकाली, जिसमें एक फोटोग्राफ में वे बिना चश्मे के और एक फोटोग्राफ में वे पावर वाले चश्मे के साथ नजर आ रहे है. लल्लूराम डॉट कॉम ने फोटो को Zoom कर के भी देखा कि आईजी ने धूप में रंग बदलने वाला पावर चश्मा तो नहीं लगाया है ? लेकिन दूसरी फोटो में आईजी के पावर वाले चश्मे और गॉगल की डिजाइन अलग देखी जा सकती है.

रेड कार्पेट का खर्चा कहा से आएगा ?

अब सवाल ये है कि आईजी के निरीक्षण के दौरान किए गए खर्चे कौन वहन करेगा ? इस संबंध में लल्लूराम डॉट कॉम ने भाटापारा इंस्पेक्टर से उनका पक्ष लिया, पहले तो उन्होंने कहा कि पोस्ट के खर्चे के लिए विभाग से इंप्रेस्ट मनी आती है. लेकिन जब लल्लूराम डॉट कॉम ने पूछा कि क्या उस इंप्रेस्ट मनी को आईजी के निरीक्षण के दौरान रेड कार्पेट बिछाकर खर्चे किए जाने का कोई प्रावधान है ? तो उनका कहना था कि ये विभागीय मामला है और इस संबंध में वे कोई जानकारी पत्रकार के साथ शेयर नहीं करना चाहते है.

दूसरे इंस्पेक्टरों पर पड़ता है असर या उन्हें भुगतना पड़ता है खामियाजा

इस संबंध में लल्लूराम डॉट कॉम ने दूसरे जोन के इंस्पेक्टर से फोनकर ये समझने की कोशिश की कि यदि किसी पोस्ट का इंस्पेक्टर आईजी के लिए रेड कार्पेट बिछवाता है तो उनके ऊपर इसका क्या असर होता है? तो उनका कहना था कि किसी भी इंस्पेक्टर का ऐसा करना दूसरे इंस्पेक्टरों को भारी पड़ता है और उन्हें अपने वेतन में से इसकी भरपाई करनी पड़ती है और न करों तो इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है.

अब इस पूरे मामले में जांच और कार्रवाई की उम्मीद तो सिर्फ रेलवे बोर्ड और दिल्ली में बैठे आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों से ही की जा सकती है.