पुरुषोत्तम पात्रा,गरियाबंद. यहां एक और भाजपा नेता ने पार्टी से बगावत कर दिया है. दरअसल बीजेपी से बगावत कर सांस्कृतिक प्रकोष्ट के प्रदेश पदाधिकारी रामरतन माँझी ने नामांकन खरीद लिया है. उन्होंने कहा कि 20 साल से टिकट मांग रहा हूँ, पार्टी ने मौका नहीं दिया. परिवारवाद के खिलाफ होने का पार्टी केवल ढ़िढोरा पिटती है, जबकि हकीकत कुछ और है, एनसीपी के बैनर पर चुनाव लड़ने की बात कही है.

भाजपा प्रत्याशी डमरूधर

बिन्द्रानवागढ़ के बीजेपी प्रत्याशी डमरूधर पुजारी कलेक्टोरेट पहुंचकर नामांकन दाखिल करते ही पार्टी ने प्रचार अभियान तेज कर दिया, लेकिन इसी पार्टी के वरिष्ठ भाजपाई रामरतन माँझी जो टिकट नहीं मिलने से शूरु से नाराज चल रहे थे. उन्होंने आज नामांकन फार्म खरीद कर सबको चौका दिया है. नामांकन लेकर आज देवभोग पहुंचकर अपने समर्थकों से भी रामरतन ने भेंट किया. उन्होंने मीडिया को अपनी दर्द बयां करते हुए बताया कि सन 1977 से वे पार्टी के लिये काम कर रहे है. 20 साल पहले से वे टिकट की मांग कर रहे हैं, लेकिन उन्हें हर बार उपेक्षा किया गया. रामरतन यहीं नही रुके उन्होंने पार्टी एजेंडा को भी झूठा बतलाया, कहा कि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस पार्टी को वंशवाद के खिलाफ बताते हैं, लेकिन वे तीन बार बीजेपी के विधायक रह चुके बलराम पुजारी के बेटे को दूसरी बार विधायक का टिकट दिया.

रामरतन मांझी

मैंने नहीं पार्टी ने किया बगावत

माँझी ने कहा कि वर्तमान प्रत्याशी से मैं कम नहीं हूँ, टिकट एलान के बाद आलाकमान से पुनर्विचार की मांग भी किया, फिर भी कमतर आंक कर मुझे खुद पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है. मैं बगावत नहीं कर रहा पार्टी ने मुझसे बगावत किया है. रामरतन ने बताया कि उनकी बात एनसीपी से चल रही है, जल्द ही इस पार्टी का भी फार्म मिल जाएगा.

ओबीसी वर्ग का मिलेगा समर्थन

रामरतन ने बताया कि उनके सगे सम्बन्धियों के अलावा उन्हें ओबीसी वर्ग का पूरा समर्थन मिलेगा. मूझे जिताने का इस वर्ग ने संकल्प भी लिया है.

बागी बनकर बिगाड़ा था समीकरण

इसके पूर्व भी 2003 के चुनाव में रामरतन एनसीपी से पर्चा भरा था, उस चुनाव में उन्हें 7 हजार से भी ज्यादा मत मीले थे. इसी चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. कुल 13 चुनाव में कांग्रेस 3 बार अपना विधायक बना सकी है, तीनों जीत के पीछे बीजेपी के बागी प्रत्याशी ही रोड़ा बने थे. रामरतन के बागी तेवर से इस बार फिर पार्टी सकते में आ गई है.

काँग्रेस प्रत्याशी संजय नेताम

कांग्रेस ने युवा प्रत्याशी पर खेला है दांव

दो बार लगातार हार के बाद कांग्रेस ने इस बार 28 साल के युवा सजंय नेताम को प्रत्यशी बना कर युवा वोटर्स को रिझा कर सीट हासिल करने का पैतरा खेला है. सजंय मैनपुर विकास खण्ड के शोभा ग्राम के है, ऐसे कहा जा रहा है की पार्टी ने 25 साल बाद इसी विधानसभा के रहने वाले को प्रत्याशी बनाकर स्थानीय की मांग को भी पूरा कर दिया है.