नई दिल्ली . दिल्ली के मंदिरों में शारदीय नवरात्र की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं. राजधानी में मंदिरों को देसी- विदेशी फूलों से लेकर रंग-बिरंगी झालर वाली लाइटों से सजाया जाएगा. श्रद्धालुओं को बड़े मंदिरों में QR कोड से प्रवेश देने की व्यवस्था की जा रही है, जिसके लिए पहले से बुकिंग करनी होगी. वे सोशल मीडिया पर भी लाइव दर्शन कर सकेंगे. देवालयों में रोजाना भजन-कीर्तन से लेकर भंडारे होंगे .
3 अक्तूबर से शारदीय नवरात्र शुरू होगा. झंडेवाला देवी मंदिर में भजन-कीर्तन होंगे और सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारण किया जाएगा. मंदिर परिसरों में भी प्रसाद, नारियल और चुनरी चढ़ाने पर रोक रहेगी. झंडेवाला देवी मंदिर के प्रचार-प्रसार विभाग के प्रमुख नंद किशोर सेठी ने बताया कि श्रद्धालुओं को रानी झांसी मार्ग, देश बंधु गुप्ता मार्ग और फलेटिड फैक्टरी परिसर से प्रवेश मिलेगा. गरुण द्वार से सेवादारों और कर्मचारियों को प्रवेश मिलेगा, सिंह द्वार से आम श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलेगा और मयूर द्वार से VIP प्रवेश मिलेगा. उनका कहना हैं कि श्रद्धालु जो दर्शन के लिए लंबी कतार में खड़े होने से बचना चाहते हैं, उनके लिए QR कोड की व्यवस्था की जा रही है. श्रद्धालु 2 दिन पहले झंडेवाला मंदिर ऐप से बुकिंग कर सकेंगे, जिसके बाद QR कोड उन्हें दिया जाएगा.
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भक्त गुफा से मां तक पहुंचेंगे, कालकाजी मंदिर के पुजारी दीपक भारद्वाज ने बताया कि श्रद्धालुओं को राम प्याऊ और गोविंदपुरी से प्रवेश मिलेगा, जबकि निकासी द्वार महंत परिसर से होगा. प्रीत विहार स्थित शिव मंदिर (गुफा वाला) के प्रधान सुरेंद्र दीवान ने बताया कि मंदिर में साज-सज्जा का काम अंतिम चरण में है, जिसमें रंग-बिरंगी झालर वाली लाइटों से परिसर को जगमगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भीड़ प्रबंधन के लिए 750 सेवादार और दिल्ली पुलिस के जवान तैनात रहेंगे, और श्रद्धालुओं के लिए कालका रसोई में भंडारा तैयार होगा.
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2 लाख श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन छतरपुर मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. किशोर चावला ने बताया कि मां का दरबार सिंगापुर, यूरोप, कर्नाटक, तमिलनाडु और हिमाचल प्रदेश से फूलों से सजाया जाएगा. नवरात्रि को लेकर मां को 108 औषधियों और पंचामृत से अभिषेक किया गया है. दर्शन करने के लिए अति विशिष्ट श्रद्धालुओं को कुछ समय तक के लिए वैध क्यूआर कोड जारी करेंगे, जिसके लिए मंदिर समिति से संपर्क करना पड़ेगा; छह हजार सेवादार तैनात रहेंगे; रोजाना दो लाख श्रद्धालुओं के लिए भंडारा तैयार होगा; नारियल चढ़ाने पर रोक रहेगी; प्रसिद्ध कलाकारों की मंडली मां का गुणगान करेगी.
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