रायपुर- छत्तीसगढ़ में बीजेपी संगठन के सबसे बड़े चेहरे हैं, सौदान सिंह. सूबे की सियासत में यदि बीजेपी तीन बार सत्ता में काबिज हुई है, तो सौदान सिंह प्रमुख चेहरे रहे हैं, जिनकी बनाई अचूक रणनीति का भेद कोई दूसरी राजनीतिक पार्टियां ढूंढ नहीं पाई. अब जब चौथी दफे सत्ता में काबिज होने की कवायद में संगठन जमकर पसीना बहा रहा है, इस बीच यह तस्वीर बहुत कुछ कहती है.
पहली नजर में इस तस्वीर में ऐसा कुछ नहीं है, जिसकी चर्चा की जाए, लेकिन सियासी नजरिए से इस तस्वीर में कई रोचक तथ्य छिपे हो सकते है, जिसकी चर्चा बेहद जरूरी है. दरअसल छत्तीसगढ़ में बीजेपी के भीतर भी कई तरह के सियासी समीकरण बनते बिगड़ते चले आ रहे हैं. ऐसे में इस तस्वीर की वास्तविक कहानी तो नहीं पता, लेकिन जिस अंदाज और जिस तरीके से यह तस्वीर सामने आई है, यकीनन उसके गंभीर मायने जरूर होंगे.
हुआ यूं कि ओडिशा दौरे खत्म कर जैसे ही मुंबई रवाना होने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह रायपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे थे. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश प्रभारी डाॅ.अनिल जैन, प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक समेत कई बडे़ नेताओं की मौजूदगी इस दौरान एयरपोर्ट पर रही. शाह की रवानगी के बाद तमाम नेता एक के बाद एक लौटने लगे. मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भी एयरपोर्ट से रवाना हो गए, लेकिन कुछ देर बाद वह एयरपोर्ट के बाहर सौदान सिंह से चर्चा में मशगूल नजर आए. बताया जाता है कि यह चर्चा उस वक्त हो रही थी, जब एयरपोर्ट पर मौजूद मीडियाकर्मियों से धर्मेंद्र प्रधान मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह समेत दूसरे नेताओं की मौजूदगी में चर्चा कर रहे थे.
भीतरखाने से आई खबर बताती है कि राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह ने मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को फोन कर वापस एयरपोर्ट की ओर चर्चा के लिए बुलाया. जाहिर है, जा चुके मंत्री को यदि सौदान सिंह बुलाकर कुछ मंत्रणा कर रहे हैं, तो गंभीर विषय पर बात हुई होगी. इस बातचीत का ब्यौरा फिलहाल सामने नहीं है.
ओडिशा प्रवास खत्म कर हेलीकाॅप्टर से रायपुर लौटने के दौरान अमित शाह के साथ केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश प्रभारी डाॅ.अनिल जैन और राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह साथ मौजूद थे. ओडिशा के भवानीपट्टनम से रायपुर पहुंचने की इस यात्रा के दौरान क्या ऐसी कोई राजनीतिक चर्चा हुई? जिसकी जानकारी देना बृजमोहन अग्रवाल को इतना महत्वपूर्ण था कि सौदान सिंह को उन्हें एयरपोर्ट दोबारा बुलाने की नौबत आ गई.
सौदान-बृजमोहन की गुफ्तगू की तस्वीर बताती है कि दोनों के बीच गंभीर चर्चा चल रही थी. छत्तीसगढ़ में आने वाले दिनों में चुनाव है. बीजेपी सत्ता से लेकर संगठन तक चुनावी मोर्चों पर मुस्तैदी से काम कर रहा है. राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का दिया हुआ मिशन 65 का टाॅस्क पूरी करने की एक बड़ी चुनौती बीजेपी के सामने है. राजनीति की उतार-चढ़ाव भरी सीढ़ियों के बीच सत्ता में वापसी के लिए संगठन तमाम जोड़तोड़ और गुणा भाग में जुटा हुआ है. इन तमाम परिस्थितियों के बीच अप्रत्याशित ढंग से यदि ऐसी तस्वीरें निकलकर सामने आएंगी, तो यकीनन उस पर चर्चा तो होगी ही.
वैसे भी बृजमोहन अग्रवाल बीजेपी के प्रमुख रणनीतिकार माने जाते रहे हैं. चुनाव के दौरान बीजेपी संगठन की ओर से उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी जाती रही है. बृजमोहन अग्रवाल फिलहाल संगठन की घोषणा पत्र समिति में भी शामिल हैं. हालांकि सत्ता और संगठन के भीतर बदलते राजनीतिक हालातों में बृजमोहन की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण होगी यह वक्त बताएगा.