रायपुर. सूत्रों के मुताबिक जेल में बंद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल से मुलाकात के दौरान कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने ज़मानत लेने का आग्रह किया है. भूपेश से पुनिया ने कहा है कि उनके जेल से निकलने के बाद आंदोलन को और तेज़ किया जाएगा. भूपेश ने फिलहाल इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है. बताया जा रहा है कि एक कक्ष में पुनिया और प्रदेश के दूसरे नेताओं ने भूपेश से अकेले में मुलाकात की. जिसमें उनसे ये आग्रह किया गया.

पार्टी में चुनावी तैयारियों पर अध्यक्ष भूपेश बघेल के जेल में रहने का उल्टा असर पड़ा है. कांग्रेस का महत्वपूर्ण जंगल सत्याग्रह का कार्यक्रम पहले दिन चला लेकिन दूसरे दिन का कार्यक्रम कांग्रेस के नेताओं के रायपुर में रहने की वजह से असफल हो गया. इसके अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक भी भूपेश की गिरफ्तारी के चलते अटक गई. इस बैठक में कई कार्यक्रमों की रुपरेखा तय होनी थी. जो अटकी है. प्रदेश कांग्रेस का काम भी भूपेश बघेल के जेल में रहने से प्रभावित हुआ है.

आलाकमान इस बात से चिंतित है कि भूपेश बघेल के जेल में हैं. आलाकमान के चिंता की वजह ये है कि चुनावी आचार संहिता अक्टूबर के पहले हफ्ते या दूसरे हफ्ते में लग सकती है. ऐसे में अगर भूपेश 14 दिन जेल में रहेंगे तो चुनावी तैयारियों पर इसका विपरीत असर पड़ सकता है.

आलाकमान का मानना है कि भूपेश लंबे समय तक जेल में रहे तो चुनावी तैयारियों में पार्टी पिछड़ सकती है. लिहाज़ा आलाकमान भूपेश से कह सकती है कि वे ज़मानत ले लें. बताया जा रहा है कि आलाकमान पीएल पुनिया, चरणदास महंत और टीएस सिंहदेव के ज़रिए लगातार इस मामले पर नज़र रख रही है. आलाकमान जल्दी ही प्रदेश के नेताओं को विश्वास में लेकर भूपेश बघेल को निर्देश दे सकती है कि वे ज़मानत ले लें.