वेटिकन (रोम)। केरल के चंगनाचेरी के सिरो-मालाबार आर्चडायोसिस से ताल्लुक रखने वाले 51 वर्षीय मोनसिग्नोर कूवाकाड कार्डिनल बनने जा रहे हैं. इसके लिए 7 दिसंबर को वेटिकन में आयोजित समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक उच्च स्तरीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल भेज रहे हैं.

मोनसिग्नोर कूवाकाड 2020 से पोप फ्रांसिस की अंतरराष्ट्रीय यात्राओं के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. कूवाकाड उन 21 पादरियों में से एक हैं, जिन्हें 6 अक्टूबर को पोप फ्रांसिस द्वारा एक विशेष घोषणा में कार्डिनल के पद पर पदोन्नत किया गया है. जिसके लिए औपचारिक समारोह 8 दिसंबर को होगा.

कार्यक्रम में भाग लेने वाले भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व केंद्रीय मत्स्य पालन राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन करेंगे. समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, अन्य सदस्यों में राजीव चंद्रशेखर, कांग्रेस सांसद कोडिकुन्निल सुरेश, राज्यसभा सांसद सतम सिंह संधू और भाजपा नेता अनिल एंटनी, अनूप एंटनी और टॉम वडक्कन शामिल हैं.

चंद्रशेखर ने बताया. “यह सभी भारतीयों, खासकर ईसाई समुदाय के लिए बेहद गर्व का क्षण है. केरल से आने वाले फादर जॉर्ज कूवाकड कार्डिनल बन रहे हैं…वे पहले फादर हैं जो सीधे कार्डिनल बन रहे हैं और पोप उन्हें 7 तारीख की शाम को नियुक्त कर रहे हैं,”

इस बीच, अनिल एंटनी ने प्रकाशन को वैश्विक समुदायों तक पीएम मोदी की पहुंच के महत्व के बारे में बताया, उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल की उपस्थिति भारत के विविध समुदायों तक पहुंचने के प्रधानमंत्री के प्रयासों का प्रतिबिंब है.

उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमारे प्रधानमंत्री ने हमेशा सभी वैश्विक समुदायों तक पहुंचने को अपने सबसे महत्वपूर्ण मिशनों में से एक बनाया है… गोवा में बड़ी ईसाई आबादी है, पूर्वोत्तर में बड़ी ईसाई आबादी है, केरल और इन सभी जगहों पर. अब आप देख रहे हैं कि अधिक से अधिक लोग पार्टी और हमारे प्रधानमंत्री के विकसित भारत के दृष्टिकोण का समर्थन कर रहे हैं.