रायपुर. भिलाई इस्पात संयंत्र के कोक ओवन बैटरी नंबर 11 में मंगलवार को गैस पाइप लाइन फटने से एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें लगभग 13 BSP कमर्चारियों की मौत हो गई, और 10 लोग बुरी तरह से झुलस गए हैं जिनका उपचार सेक्टर 9 हॉस्पिटल में चल रहा है.
दुर्ग लोकसभा सांसद ताम्रध्वज साहू ने भिलाई इस्पात संयंत्र के कोक ओवन में हादसे में मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए मृतकों की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की तथा उन्होंने इस घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की हैं.

 

दुर्ग लोकसभा सांसद ताम्रध्वज साहू ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र में 70 हजार कर्मचारी कार्यरत होते हुए भी ऐसी बड़ी दुर्घटना नहीं हुई अब संयंत्र में 20 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं तो इतनी बड़ी दुर्घटना होने का सीधा मतलब हैं कि संयंत्र में मैन पावर की कमी और अशिक्षित कर्मचारियों से कार्य करवाना. संयंत्र प्रबन्धन सिर्फ और सिर्फ मुनाफा कमाने में लगी हैं.


आज की घटना का कारण जो भी हो इसके लिए सीधा उच्च प्रबंधन और सीईओ एम रवि कुमार जिम्मेदार हैं, भिलाई इस्पात संयंत्र में हर महीने लगातार तीन से चार मौतें हो रही हैं उसकी किसी भी प्रकार से जांच या कार्यवाही नहीं होती और हादसों में मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा तथा उनके परिजनों को नौकरी भी नही मिलती. जब से सीईओ एम रवि कुमार कार्यभार संभाले हैं तब से हादसों में दिनों दिन बढ़ोतरी हो रही हैं. सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं हैं. प्रबंधन लापरवाही पूर्वक कर्मचारियों से कार्य करवा रही हैं. उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये तथा घायलों को भी 10 से 15 लाख मुआवजा दिया जाएं.

इन सब दुर्घटनाओं के लिए और संयंत्र के अंदर जो भी खामिया हैं उसके लिए उच्च प्रबंधन के साथ-साथ सीईओ पूरी तरह जिम्मेदार हैं. सीईओ को तत्काल हटाकर न्यायिक जांच की जानी चाहिए और इस दुर्घटना के लिए दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही होनी चाहिए।