रायपुर। जाति मामले में छानबीन समिति कि रिपोर्ट लीक हो जाने को लेकर मरवाही विधायक अमित जोगी ने कड़ा ब्यान जारी करते हुए रिपोर्ट कि निष्पक्षता पर सवाल उठाये। वहीँ दिल्ली के राष्ट्रीय दलों को चेताया कि वो जाति, लाठी जैसे लाख हथकंडे अपना ले, छत्तीसगढ़ में अगले वर्ष, जोगी सरकार बनने से नहीं रोक सकते। रिपोर्ट को दिल्ली के दोनों दलों के बीच चल रहे प्रेम प्रसंग का प्रतीक करार देते हुए जोगी ने कहा कि दरअसल दोनों दलों को छत्तीसगढ़ में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की सरकार बनना साफ़ नज़र आ रहा है इसलिए दिल्ली और नागपुर बौखला गए हैं। जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता, दिल्ली के दलों द्वारा, छत्तीसगढ़ के आदिवासियों को अनाथ करने के सारे प्रयासों को विफल कर देगी ।

अमित जोगी ने कहा कि छानबीन समिति की रिपोर्ट नागपुर में बनी है न की छत्तीसगढ़ में। यह सर्वज्ञात है कि रिपोर्ट बनाने वाले अधिकारी और वकील भी छत्तीसगढ़ के नहीं हैं और वर्षों से नागपुर स्थित एक आदिवासी विरोधी संगठन से जुड़े हैं। एक बड़ी सोची समझी रणनीति के अंतर्गत कुछ महीने पहले ही मुख्यमंत्री रमन सिंह ने एक अधिकारी को छानबीन समिति का अध्यक्ष का प्रभार सौंपा था। अध्यक्ष क्यों बनाया गया और किसके कहने पर बनाया गया ये छत्तीसगढ़ कि ढाई करोड़ जनता अच्छे से जानती है।अमित जोगी ने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि हमेशा की तरह आखिर में, देश की न्यायिक व्यवस्था के आगे झूठ और साजिश का पर्दाफाश होगा और उन्हें न्याय मिलेगा।

मरवाही की जनता के लिए यह झूठी रिपोर्ट किसी चुटकुले से कम नहीं है। छत्तीसगढ़ कि जनता दिल्ली के राष्ट्रीय दलों की आदिवासी विरोधी गंदी राजनीति से भली भांति परिचित है और अगले चुनावों में दोनों दलों को ऐसा मजा चखाएगी कि फिर कभी दिल्ली के दल छत्तीसगढ़ में आदिवासी विरोधी राजनीति न कर सके।