शिवा यादव, सुकमा। तोंडामरका, दुरमा व बड़ेकड़ेवाल के जंगल में नक्सलियों से डीआरजी, एसटीएफ और कोरबा की संयुक्त पार्टी मुठभेड़ हुई. पालोडी के जंगल टेकरी के पास हुए मुठभेड़ में एक नक्सली की मौत हो गई, वहीं दूसरी ओर दो जवान घायल हो गए, जिसमें एक जवान की इलाज मौत हो गई है. 30 घंटे तक चले ऑपरेशन में नक्सलियों को लेकर चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.

एएसपी नक्सल ऑपरेशन सिद्धार्थ तिवारी ने एसडीओपी प्रतीक चतुर्वेदी की मौजूदगी में जानकारी देते दी. उन्होंने बताया कि पलोड़ी के पास नक्सलियों से आधा घंटा कोबरा 208 की, दुरमा के पास 206 कोबरा की, दुरमा के पास ही डीआरजी से और तुण्डमारका 2 घंटे मुठभेड़ हुई. कसालपाड़ में सबसे ज्यादा व भीषण मुठभेड़ हुई, जहां करीबन 2 घंटे के मुठभेड़ में नक्सलियों ने 5 सौ से 6 सौ यूबीजीएल बम दागे.

इस तरह से कुल पांच जगहों पर नक्सलियों से फोर्स की मुठभेड़ हुई, जिसमें घायल एसटीएफ के जवान को नाइट लैंडिंग करवा कर सुरक्षित निकाला गया. कसालपाड़ के मुठभेड़ के बाद वापस हो रही सुरक्षा बलों को पीछे से हमला कर दिया, जिसमें एक जवान घायल हुआ. जवान की हालत में अब तेजी से सुधार आ रहा है.

30 घंटे तक चले ऑपेरशन में चौकाने वाले तथ्य सामने आए. बुलेट प्रूफ जैकेट व बुलेट प्रूफ हेलमेट के साथ नक्सली मोर्चे पर जमे हुए थे, जो अपने घायल साथियों को उठाकर ले जा रहे थे. इस दौरान नक्सलियों ने ग्रामीणों को ढाल बना रखा था. ग्रामीणों को आगे ढाल बनाकर रखने के बाद भी जवानों ने सूझबूझ व हिम्मत के साथ लड़ाई लड़ी. सबसे ज्यादा कसालपाड़ में 2.30 घंटे तक मुठभेड़ हुई. नक्सलियों ने यहां एम्बुश लगा रखा था. नक्सलियों ने जवानों पर 650 एचई दागे, फिर भी जवानों ने एम्बुश तोड़ते हुए 7 से 8 नक्सलियों को मार गिराया है.