शैलेन्द्र पाठक, बिलासपुर। हाईकोर्ट ने सिविल जज परीक्षा मामले में आज चीफ जस्टिस रामचंद्र मेनन और पीपी साहू की डिवीजन बेंच में सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद कोर्ट ने लोक सेवा आयोग(PSC) से जवाब मांगा है। कोर्ट ने फर्स्ट मॉडल आंसर व अमेंडेड मॉडल आंसर के अनुसार चयनित 427 उम्मीदवार के कितने नंबर आए थे इसकी जानकारी मांगी है। साथ ही जिन आठ उम्मीदवार ने याचिका दायर कर आपत्ति जताई थी उनके भी नंबर की जानकारी मांगी है। आयोग शुक्रवार को सीलबंद लिफाफे में कोर्ट को जानकारी प्रस्तुत करेगा। जानकारी मिलने के बाद कोर्ट इस मामले में फैसला देगा।
आपको बता दें कि पिछले साल मई में पीएससी ने सिविल जज की परीक्षा हुई थी। परीक्षा का रिजल्ट जुलाई में आया था। छात्रों द्वारा परीक्षा में पूछे गए सवालों को उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई थी। इस पर फैसला सुनाते हुए 15 नवंबर को पीएससी द्वारा लिए गए सिविल जज की परीक्षा को हाईकोर्ट ने रद्द करते हुए पीएससी को छात्रों से बिना अतिरिक्त शुल्क लिए दोबारा सिविल जज परीक्षा लेने का आदेश जारी किया था। आठ उम्मीवार ने मामले में याचिका दायर की थी। जिस पर जस्टिस गौतम भादुरी की कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया था । सिंगल बेंच के इस फैसले के खिलाफ पीएससी और चयनित पांच उमीदवार ने हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच में सिंगल बेंच के फैसले को चुनौती दी है।