दिल्ली. पदमावत बनने से लेकर रिलीज होने तक बेहद विवादों और चर्चाओं का केंद्र रही. फिल्म को लेकर पूरे देश में बवाल हुआ. आखिरकार सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद फिल्म को रिलीज करने की इजाजत मिल सकी. अब राजस्थान हाईकोर्ट ने फिल्म से जुड़े एक मामले में सुनवाई करते हुए एक टिप्पणी कर दी.
पदमावत से जुड़े मामले की सुनवाई करते हुए राजस्थान हाईकोर्ट ने संजय लीला भंसाली और फिल्म के अभिनेताओं और अभिनेत्रियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर रिपोर्ट को रद्द कर दिया. इस याचिका में कहा गया था कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की गई है. इसके साथ ही राजपूत समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है.
हाईकोर्ट के जज मेहता ने कहा कि पदमावत देश के गौरवशाली अतीत को दिखाती है. पदमावती महान साहसी महिला थीं. उनके चरित्र को जिस तरह से दिखाया गया है उस पर पूरे देश को गर्व होना चाहिए.