Vikramaditya Singh Wedding Amreen Kaur: हिमाचल प्रदेश के बुशहर राजघराने के वारिस और हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह दूसरी बार शादी करने जा रहे हैं। चंडीगढ़ की डॉ. अमरीन कौर हिमाचल प्रदेश राजघराने की बहू बनेंगी। अमरीन कौर वर्तमान में पंजाब यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। विक्रमादित्य सिंह 22 सितंबर को अमरीन कौर के साथ सात फेरे लेंगे। शादी का कार्ड जारी कर दिया गया है।

विवाह समारोह चंडीगढ़ स्थित अमरीन के निवास हाउस नंबर- 38, सेक्टर- 2 में आयोजित किया जाएगा। सुबह 10 बजे शादी की रस्में होंगी। इसके बाद दोपहर 1 बजे लंच का कार्यक्रम होगा।

अमरीन पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में साइकोलॉजी की असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। अमरीन ने साइकोलॉजी में पीएचडी कर रखी है। इससे पहले उन्होंने इंग्लिश और मनोविज्ञान में मास्टर डिग्री की। वे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ी हैं। वह चंडीगढ़ के सेक्टर-2 निवासी सरदार जतिंदर सिंह सेखों और ओपिंदर कौर की बेटी हैं। सरदार जतिंदर सिंह सेखों हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील हैं और माता ओपिंदर कौर सामाजिक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं।

बधाइयों का दौर हुआ शुरू

मंत्री विक्रमादित्य सिंह को इंटरनेट मीडिया पर बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया है। विक्रमादित्य सिंह के करीबी युवा कांग्रेस नेता यदोपति ठाकुर ने फेसबुक पर लिखा है कि विक्रमादित्य सिंह नई इनिंग की शुभकामनाएं। इसके अलावा अन्य लोग भी उन्हें बधाइयां दे रहे हैं।

विक्रमादित्य की यह दूसरी शादी, पहली पत्नी थी राजस्थान की राजकुमारी

विक्रमादित्य ने पहली शादी सुदर्शना के साथ 8 मार्च 2019 जो जयपुर में हुई थी। सुदर्शना चूंडावत राजस्थान के राजसमंद की आमेट रियासत से संबंध रखती हैं। दोनों की शादी जयपुर में शाही अंदाज में हुई थी। शादी के बाद सुदर्शना करीब डेढ़-दो साल काफी समय तक विक्रमादित्य सिंह के साथ रहीं। इसके बाद पति-पत्नी के बीच अनबन शुरू हो गई। साल 2021 में सुदर्शना ने विक्रमादित्य सिंह पर चंडीगढ़ की एक युवती से संबंध रखने के भी आरोप लगाए। मनमुटाव बढ़ने के बाद वह अपने माता-पिता के पास जयपुर लौट गईं। अक्टूबर 2022 में उदयपुर कोर्ट में घरेलू हिंसा एक्ट के तहत सुदर्शना ने केस किया। दो महीने पहले ही कोर्ट से दोनों का तलाक हुआ।

सास, ननद और ननदोई पर भी लगाए थे गंभीर आरोप

सुदर्शना ने यह भी आरोप लगाया था कि उनके ससुर एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की मौत के बाद पति विक्रमादित्य सिंह उन्हें प्रताड़ित करने लगे। इस दौरान उनकी सास प्रतिभा सिंह, ननद अपराजिता और ननदोई अंगद सिंह भी विक्रमादित्य का साथ देते थे। सुदर्शना के इन आरोपों के बाद विक्रमादित्य सिंह ने उनके खिलाफ दायर याचिका को निरस्त करने की एप्लिकेशन दी थी। राजस्थान के उदयपुर की फैमिली कोर्ट ने दो साल पहले अंतरिम आदेश पारित किए करते हुए विक्रमादित्य सिंह को हर महीने 4 लाख रुपए सुदर्शना को देने के आदेश दिए थे। लेकिन केस चलता रहा। जिसके बाद इसी साल दोनों अलग हो गए।

मंडी लोकसभा सीट से अभिनेत्री कंगना रनोट से चुनाव हार गए थे विक्रमादित्य

बता दें कि कांग्रेस ने बीते साल मंत्री विक्रमादित्य सिंह को मंडी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाया। तब वह बीजेपी की कंगना रनोट से चुनाव हार गए थे। कंगना रनोट ने विक्रमादित्य सिंह को 74755 वोटों के अंतर से हराया। कंगना को कुल 5,37, 022 वोट मिले, जबकि विक्रमादित्य सिंह 4,62,267 मत मिले थे। कंगना और विक्रमादित्य में मुकाबले ने पूरे देश में मंडी सीट को हॉट बना दिया था।

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