क्रेडिट कार्ड से सिर्फ नगदी लेकर चलने की समस्या से ही मुक्ति नहीं मिलती है, बल्कि इसके कुछ खास फायदे भी हैं.

मुंबई. केंद्रीय बैंक RBI के आंकड़ों के मुताबिक ATM और शॉपिंग प्लेस पर क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शंस में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. इन आंकड़ों से पता चलता है कि क्रेडिट कार्ड के यूजर्स बढ़े हैं लेकिन अभी भी बहुत से लोग जरूरत से अधिक खर्च और कर्ज के जाल में फंसने के डर से क्रेडिट कार्ड रखने से कतराते हैं. हालांकि अगर Credit Card को सोच-समझकर प्रयोग किया जाए तो यह आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है. क्रेडिट कार्ड से सिर्फ नगदी लेकर चलने की समस्या से ही मुक्ति नहीं मिलती है, बल्कि इसके कुछ खास फायदे भी हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ खास फायदों के बारे में जिनकी वजह से आपको क्रेडिट कार्ड अपनाने में झिझक खत्म करना चाहिए.

मजबूत Credit Score बनाने में सहायक

क्रेडिट कार्ड से किया गया ट्रांजैक्शन एक तरह से कर्ज होता है, इसलिए क्रेडिट कार्ड के बकाए का रिपेमेंट लोन के बराबर ही प्रभावकारी है. जैसे लोन के पेमेंट के आधार पर आपका क्रेडिट स्कोर तैयार होता है, वैसे ही क्रेडिट स्कोर भी है. हालांकि क्रेडिट कार्ड में एक समय तक कोई ब्याज नहीं देना पड़ता है, ऐसे में क्रेडिट स्कोर बनाने के लिए क्रेडिट कार्ड सस्ता और सुविधाजनक तरीका है.

अपने क्रेडिट कार्ड के बकाए को आप समय से पूरा करिए और क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो को 30-40 फीसदी के बीच रखकर मजबूत क्रेडिट स्कोर तैयार कर सकते हैं. क्रेडिट स्कोर अधिक होने पर आपको लोन कम ब्याज दर पर मिलने की संभावना बढ़ जाती है.

रिवार्ड प्वाइंट्स और कैशबैक का फायदा

क्रेडिट कार्ड के प्रयोग पर आपको रिवार्ड पॉइंट्स, गिफ्ट कार्ड्स और वाउचर्स के फायदे मिलते हैं. इन सब ऑफर्स की वजह से क्रेडिट कार्ड के जरिए ट्रांजैक्शन करने पर आपकी कुल लागत कम हो जाती है. सिर्फ एनुअल या रिन्यूअल फी के आधार पर ही क्रेडिट कार्ड का चयन करने की बजाय रिवार्ड पॉइंट्स, डिस्काउंट्स, कैशबैक्स, वाउचर्स और इसी तरह के अन्य बेनेफिट्स को भी क्रेडिट कार्ड सेलेक्ट करने के दौरान ध्यान रखना चाहिए.

एक बात और ध्यान रखें कि रिवार्ड्स पॉइंट्स को समय-समय पर रिडीम भी करते रहें क्योंकि अधिकतर क्रेडिट कार्ड में इनकी एक्सपायरी डेट भी होती है.

Credit Card ट्रांजैक्शन पर कुछ समय तक ब्याज नहीं

जब आप क्रेडिट कार्ड से किसी बिल का पेमेंट करते हैं तो आपको रिपेमेंट के लिए एक इंटेरेस्ट-फ्री पीरियड मिलता है. इस पीरियड के दौरान आपको कोई भी ब्याज नहीं चुकाना पड़ता और इस अवधि में आप बिना अतिरिक्त खर्च के अपना पूरा बकाया चुका सकते हैं. यह पीरियड 18 दिन से लेकर 55 दिन के बीच की होती है. कार्ड के बिलिंग साइकल के शुरुआती दिन में उससे बड़े खर्च करना समझदारी है क्योंकि आपको इंटेरेस्ट-फ्री पीरियड अधिक दिनों का मिलता है.

बड़े खर्चों को EMI में बदलने की सुविधा

कैश की कमी के कारण लैपटॉप, टेलीविजन या स्मार्टफोन जैसे महंगे सामानों की खरीद कभी-कबी लंबे समय तक पेंडिंग हो जाती है. ऐसे में क्रेडिट कार्ड की ईएमआई सुविधा आपके लिए बड़े काम की होती है. इसमें आपके बड़े खर्च के लिए एकमुश्त खर्च करने की बजाय ईएमआई के जरिए थोड़ा-थोड़ा कर चुकाने की बजाय 3-48 महीनों तक का समय मिलता है. इस पर आपको 1.5 फीसदी मासिक की दर से ब्याज चुकाना पड़ता है. हालांकि कभी-कभी आपको इस पर कोई अतिरिक्त ब्याज भी नहीं देना पड़ता. बैंक भी आपको आउटस्टैंडिंग क्रेडिट कार्ड बैलेंस चुकाने के लिए ईएमआई का विकल्प देते हैं. इसके लिए आपके 60 महीने तक का समय मिल सकता है.

इमरजेंसी के लिए तुरंत प्री-अप्रूव्ड लोन मंजूर

क्रेडिट कार्ड धारकों को आकस्मिक जरूरत पड़ने पर प्री-अप्रूव्ड लोन भी आसानी से मिल जाते हैं. हालांकि इसके लिए आपको रिकॉर्ड अच्छा होना चाहिए कि आप पुराने बिल समय पर चुकाते रहे हैं. प्री-अप्रूव्ड लोन में कोई डॉक्यूमेंटेशन नहीं होता है जिसकी वजह से यह जल्द से जल्द प्रॉसेस हो जाता है. कभी-कभी यह तुरंत मिल जाता है और कभी-कभी महज कुछ घंटे लगते हैं. हालांकि इस तरह के लोन पर पर्सनल लोन से कुछ अधिक दर से ब्याज चुकाना पड़ सकता है.