सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. स्वामी आत्मानंद अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल तैयार करने के लिए हिंदी माध्यम स्कूलों के स्टाफ को स्थानांतरित किया जा रहा है. इसी कड़ी में शासकीय अरुंधति देवी उच्चतर माध्यमिक के आरंग के समस्त स्टाप का स्थानांतरण कर दिया गया है, जिस पर व्याख्याताओं ने विरोध दर्ज कराया है.

छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ ने इस संबंध में जारी आदेश में संशोधन की माँग की है. इस संबंध में स्कूल शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि शासकीय अरुंधति देवी उच्चतर माध्यमिक आरंग के समस्त स्टाफ का स्थानांतरण का विरोध करते है. संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राकेश शर्मा ने कहा कि अंग्रेज़ी स्कूल का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन हिंदी स्कूल उखाड़ फेंकना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले कहा गया था शिफ़्ट वाइस स्कूल का संचालन किया जाएगा. एक शिफ़्ट में हिंदी माध्यम स्कूल तो दूसरे शिफ़्ट में स्वामी आत्मानंद अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल का संचालन किया जाना चाहिए, जिससे अंग्रेज़ी स्कूल की तमाम व्यवस्था का लाभ मिले.

लेकिन शासकीय अरुंधति देवी उच्चतर माध्यमिक आरंग हिंदी माध्यम स्कूल में अंग्रेजी माध्यम स्कूल बनाए जाने के कारण वहाँ पदस्थ व्याख्याताओं को अन्यत्र ट्रांसफर किया गया है. असहमति पत्र मांगा गया था, लेकिन किसी के सहमति पत्र नहीं देने के बावजूद उन्हें वहां से हटा दिया गया. संघ इसका विरोध करता है. ज़ाहिर है हिन्दी माध्यम शिक्षक को हटाए जाने के बाद पहले से संचालित हिंदी माध्यम स्कूल का अस्तित्व ख़त्म हो जाएगा.

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