बांग्लादेश के दिनाजपुर जिले में हिंदू समुदाय के एक प्रमुख नेता भाबेश चंद्र रॉय की क्रूर हत्या ने हड़कंप मचा दिया है. शुक्रवार को दिनाजपुर के बसुदेवपुर गांव में बाइक पर सवार हमलावरों ने 58 वर्षीय भाबेश चंद्र रॉय को उनके निवास से अपहरण कर लिया और उन्हें बेरहमी से पीटकर मार डाला. यह घटना बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं उत्पन्न करती है.
कनाडा में भारतीय मूल की छात्रा की हत्या, कार वाले ने बस स्टॉप पर मारी गोली, मौके पर मौत
घर से अगवा कर की बर्बर पिटाई
स्थानीय समाचार पत्र ‘द डेली स्टार’ के अनुसार, भाबेश चंद्र को शाम लगभग 4:30 बजे एक फोन आया, जिससे अपराधियों ने उनके घर पर होने की पुष्टि की. लगभग आधे घंटे बाद, दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार बदमाश उनके निवास पर पहुंचे और उन्हें बलात्कृत करके नाराबारी गांव ले गए. वहां उनके साथ क्रूरता की गई और गंभीर रूप से घायल अवस्था में उन्हें बेहोशी की हालत में उनके घर के निकट छोड़ दिया गया. परिजनों ने तुरंत उन्हें दिनाजपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
भाबेश चंद्र रॉय बांग्लादेश पूजा उडजापान परिषद की बिराल इकाई के उपाध्यक्ष रहे हैं और उन्हें क्षेत्र में हिंदू समुदाय का एक प्रभावशाली प्रतिनिधि माना जाता है. बिराल पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी अब्दुस सबूर ने जानकारी दी कि मामले की जांच की प्रक्रिया जारी है और पुलिस हत्यारों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए प्रयासरत है.
भारतीय पासपोर्ट रैंकिंग में भारी गिरावट, 148वें पायदान पर पहुंचा, इस देश का पासपोर्ट सबसे पावरफुल
भारत ने बांग्लादेश पर साधा निशाना
इस घटना के पश्चात भारत सरकार ने सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बांग्लादेशी अधिकारियों की भारत के प्रति की गई हालिया टिप्पणियों को “धोखाधड़ी और भटकाने वाला प्रयास” बताया. उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश को भारत को सलाह देने के बजाय अपने देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
जायसवाल की यह प्रतिक्रिया बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम की उस टिप्पणी के संदर्भ में आई, जिसमें उन्होंने भारत के पश्चिम बंगाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की थी.
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा जारी
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने में मोहम्मद यूनुस की सरकार असफल रही है. ढाका स्थित मानवाधिकार संगठन ऐन ओ सालिश केंद्र (AsK) ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में बताया कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के घरों, मंदिरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर कुल 147 बार हमले हुए हैं. इन घटनाओं में लगभग 408 घरों को नुकसान पहुंचाया गया, जिसमें 36 आगजनी के मामले भी शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, अल्पसंख्यक समुदाय के व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर 113 हमले, अहमदिया संप्रदाय के मंदिरों और मस्जिदों पर 32 हमले और 92 मंदिरों में मूर्तियों को तोड़ने की घटनाएं दर्ज की गई हैं.
सितंबर 2024 में प्रमुख बंगाली दैनिक प्रथम अलो ने सूचना दी कि अवामी लीग सरकार के गिरने के बाद देशभर में अल्पसंख्यक समुदायों, विशेषकर हिंदू समुदाय, पर हमलों की कई घटनाएं सामने आई हैं. विभिन्न क्षेत्रों में हिंदुओं के आवास, व्यापारिक संस्थान और पूजा स्थल लगातार हमलों का शिकार हो रहे हैं.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक