रोहित कश्यप, मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में कांग्रेस की ओर से आज आयोजित ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान नए विवाद में घिरता हुआ नजर आ रहा है। एक ओर जहां इस पदयात्रा और रैली को कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा था, वहीं अब सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने पार्टी को असहज स्थिति में ला दिया है। इस वीडियो में कुछ महिलाएं स्पष्ट रूप से कहती नजर आ रही है कि उन्हें रैली में शामिल होने के लिए 100 से 200 रुपए दिए गए हैं। दिए गए पैसे को दिखाते हुए महिलाएं ये बात कह रही हैं। वहीं कुछ महिलाएं 200 -300 रुपए देने का वादा करने के बाद भी रैली खत्म होने पर सिर्फ 100 रुपए ही दिए जाने का आरोप लगा रही है। वहीं इस मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने इसे साजिश बताया है।


कैमरे पर बयान, सोशल मीडिया पर बवाल
महिलाओं के बयान कैमरे में रिकॉर्ड हुए और इनका वीडियो अब सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है। महिलाएं कह रही हैं कि ‘हमें कहा गया था कि रैली में शामिल होने पर 300 रुपये मिलेंगे, लेकिन 100 देकर टाल दिया गया। हम काम छोड़कर आए, पूरा दिन खराब हो गया।’ वहीं कुछ महिलाएं कार्यक्रम के समापन के बाद 100 रुपये का नोट दिखाकर बता रही हैं कि इस कार्यक्रम में आने के एवज में उन्हें यह रकम दिया गया है। इन बयानों के सामने आने के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या कांग्रेस की इस रैली में जुटी भीड़ कांग्रेसियों के अलावा आमजनता की भीड़ प्रायोजित थी?
कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की मौजूदगी, लेकिन छवि को झटका?
गौरतलब है कि इस रैली में कांग्रेस के शीर्ष नेता छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, वरिष्ठ नेता चरणदास महंत, और टीएस सिंहदेव जैसे दिग्गज शामिल थे। रैली के पहले शहर में एक पदयात्रा भी निकाली गई, जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बड़ी संख्या में आम नागरिक और ग्रामीण भी शामिल दिखे, लेकिन अब यह स्पष्ट नहीं है कि यह भीड़ पूरी तरह स्वस्फूर्त थी या आर्थिक प्रलोभन के जरिए जुटाई गई।

कांग्रेस ने किया आरोपों को खारिज
इस मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने इन आरोपों को बेबुनियाद और साजिश बताया है। उन्होंने कहा “हमारी रैली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जनसैलाब था और आमजन स्वस्फूर्त शामिल हुए थे। वहीं जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष घनश्याम वर्मा का कहना है कि जरहागांव से लेकर मुंगेली तक सड़कों पर कांग्रेसी उतर आए थे। इसके अलावा आम लोगों की भारी भीड़ थी। उनका कहना है कि एक दो लोगों को किराए पर लाया जा सकता है, लेकिन हजारों लोगों को थोड़ी लाया जा सकता है। यह आरोप पूरी तरह बेबुनियाद और तथ्यहीन है।
भाजपा नेता ने कहा- आम जनता को बरगलाना कांग्रेस की परंपरा
वहीं भाजपा नेता एवं नगर पालिका उपाध्यक्ष जयप्रकाश मिश्रा का कहना है कि आम लोगों को बरगलाना कांग्रेस की शुरू से परंपरा रही है। लोकसभा और विधानसभा का चुनाव हारने के बाद कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं रहा तो अब ये नया पैंतरा है, जिसमें आजमाया जा रहा है। यही वजह है कि आम लोगों की भीड़ नही आ रही है तो भाड़े की भीड़ रैली और जनसभा में बुलाया गया। इसे लेकर कुछ लोग खुद ही मेरे कार्यालय आये थे और बता रहे थे कि हमें किराए पर बुलाया गया है, लेकिन न नाश्ता पानी और न ही किराया दिया गया।

सचिन पायलट ने भाजपा पर वोट चोरी का लगाया आरोप
मुंगेली में कांग्रेस की “वोट चोर गद्दी छोड़” पदयात्रा को लेकर सियासत तेज हो गई है। पदयात्रा में प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता पहुंचे। मंच से भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला गया। सचिन पायलट, भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव, चरणदास महंत, दीपक बैज सहित तमाम बड़े नेता मंच पर मौजूद रहे। इस दौरान सचिन पायलट ने भाजपा पर वोट चोरी का आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी ने प्रमाणों के साथ यह मुद्दा उठाया है और कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ेगी। राहुल गांधी के नारे “वोट चोर गद्दी छोड़” के साथ कांग्रेस का अभियान मुंगेली पहुंचा। सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बिहार में करोड़ों वोट एक महीने में वेरिफाई हो सकते हैं तो लाखों वोटर किसके कहने पर काटे गए हैं?
साथ ही गुटबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक परिवार है, सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे। हमारी लड़ाई लोकतंत्र बचाने की है, तीन साल बाद चुनाव में कांग्रेस की जीत होगी।”
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