चंडीगढ़. पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने कहा की विद्यार्थियों को अपने गौरवमयी इतिहास से वंचित करने के लिए स्कूल पाठ्यक्रम से साजिशन ऐतिहासिक घटनाएं, खासकर धार्मिक इतिहास हटाया जा रहा है।

मोहाली के फेज 3बी-1 स्थित रामगढिय़ा भवन में सिख साम्राज्य के निर्माता और 18वीं सदी के महान जरनैल सरदार जस्सा सिंह रामगढिय़ा के 300वें जन्मदिवस से संबंधित रामगढिय़ा सभा मोहाली द्वारा करवाए गए समागम में संगत को संबोधित करते हुए स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि रबाब से रणजीत नगाड़े तक सिख इतिहास से विद्यार्थियों को जोड़ कर रखना समय की मुख्य जरूरत है।

अपने इतिहास और गुरबाणी के साथ जुड़कर यदि बच्चे अच्छे मनुष्य बन गए तो जिंदगी के बाकी पड़ाव भी वह आसानी से पार कर लेंगे। उन्होंने ऐसे समागमों को इस दिशा में अच्छी पहल करार दिया।

उन्होंने कहा कि विनम्र सिख साम्राज्य का आधार सरदार जस्सा सिंह रामगढिय़ा से बंधना शुरू हो गया था। तब सिखों की संख्या केवल 6 प्रतिशत थी और सिखों ने विशाल सिख राज कायम कर लिया था।

उन्होंने कहा कि गुरु साहिबान द्वारा बख्शीश की गई गुरबानी तब हर घर में थी और सिख बाणी-बाने और आस्था के पक्के थे जिस कारण सिखों की हर मैदान में जीत होती रही।

सरदार जस्सा सिंह रामगढिय़ा की गुरु घर के लिए निष्काम सेवा का जिक्र करते हुए संधवां ने कहा कि लाल किला फतेह करने के उपरांत उन्होंने गुरु घरों को बनाने को प्राथमिकता दी न कि सिर्फ अपने लिए पैसा जोड़ा।

Speaker Kultar Singh Sandhwan