नई दिल्ली। गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर भी अब सियासत गरमा गई है. कांग्रेस को विकास दुबे की मध्यप्रदेश में हुई सहज गिरफ्तारी पर भरोसा नहीं है. विकास की गिरफ्तारी पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महसाचिव प्रियंग वाड्रा गांधी ने सवाल उठाए हैं है. उन्होंने इस योगी सरकार पर निशाना साधा है.
प्रियंका गांधी ने इस पूरे मामले में ट्वीट करते हुए कहा है- ..
तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं. यूपी सरकार को मामले की CBI जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगज़ाहिर करना चाहिए. कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई। अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है.
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है-
‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
बता दें कि विकास दुबे को आज सुबह मध्यप्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया गया है. विकास की गिरफ्तारी उस वक्त हुई जब वह मंदिर से दर्शन करके निकल रहा था. बताया जा रहा है कि महाकाल मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद विकास ने चिल्ला-चिल्ला कर बाताया कि वो ‘विकास दुबे’ है. इसके बाद मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षा गार्डों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी.
वहीं मध्यप्रदेश सरकार की ओर से कहा गया है कि विकास दुबे को सीधे यूपी पुलिस को सौंप दी जाएगी. इस मामले में मध्यप्रदेश पुलिस कार्रवाई नहीं करेगी.