सत्या राजपूत, रायपुर. छत्तीसगढ़ बर्खास्त सहायक शिक्षकों की होली इस बार बेरंग है. समायोजन की मांग को लेकर बर्खास्त बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों का प्रदर्शन तूता धरना स्थल में जारी है. कल सभी धरना स्थल पर ही होली मनाएंगे. बता दें कि हाईकोर्ट के आदेश पर 2600 से ज़्यादा सहायक शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है. बर्खास्त के बाद समयोजन के लिए सरकार ने कमेटी का गठन किया है, इस पर भी अब आंदोलनकारी बीएड अभ्यर्थी सवाल उठा रहे.

बीएडधारी बर्खास्त सहायक शिक्षक अमित शर्मा ने कहा, हम बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षक अत्यधिक असमंजस और अनिश्चितता के दौर से गुजर रहे हैं. 2023 में लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी विज्ञापन (दिनांक 4 मई 2023) के सहायक शिक्षक के पद पर हमारा चयन हुआ. वर्तमान में उच्च न्यायालय की याचिका क्रमांक 3541/2023 एवं अवमानना प्रकरण 970/2024 के परिपालन में हमारी सेवाएं समाप्त की जा चुकी है, जिससे हमारी सामाजिक और आर्थिक स्थिरता भी गहराई से प्रभावित हो रही है.

उन्होंने कहा, लगभग 2,897 सहायक शिक्षकों के भविष्य पर गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है. विभाग द्वारा प्रचलित कार्यवाही के बाद हम बीएड अहर्ताधारी सहायक शिक्षकों के भविष्य को देखते हुए प्रभावित अभ्यर्थी की ओर से मुख्य सचिव, छत्तीसगढ़ शासन की अध्यक्षता में गठित अंतर्विभागीय समिति को समायोजन से संबंधित अभ्यावेदन भेजा किया जा चुका है. इसके बाद 28 जनवरी एवं 27 फरवरी को समिति और सरकार को ज्ञापन सौंपकर त्वरित निर्णय लेने के लिए आग्रह किया गया है. वर्तमान में 11 मार्च 2025 को मुख्य सचिव, छत्तीसगढ़ शासन एवं सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग से सार्थक बैठक कर समायोजन के लिए प्रस्तुत हमारे अभ्यावेदन पर समिति के कार्यकाल को समयबद्ध करने और शीघ्र रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आग्रह किया था. हालांकि अब तक इस संबंध में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है.

अमित शर्मा ने कहा, हम सहायक शिक्षक वर्तमान में बस्तर और सरगुजा संभाग के सुदूर अंचलों में डेढ़ वर्ष से अपनी सेवा दे रहे थे. हमारी भर्ती तत्कालीन राज्यपाल द्वारा अनुमोदित छत्तीसगढ़ राज्य भर्ती नियम 2019 के तहत हुई थी. हम सभी ने व्यापम की परीक्षा उत्तीर्ण कर मेरिट में स्थान प्राप्त किया है. 3000 चयनित सहायक शिक्षकों में लगभग 71% अनुसूचित जनजाति (ST) और अनुसूचित जाति (SC) समुदाय से आते हैं जनहित में समायोजन की मांग को लेकर हमने 14 दिसंबर 2024 को सरगुजा से रायपुर तक 350 किमी की पैदल यात्रा की. इस यात्रा में लगभग 2000 सहायक शिक्षक एवं शिक्षिकाएं अपने बच्चों सहित कड़कड़ाती ठंड और जंगली जानवरों के खतरे की परवाह किए बिना सम्मिलित हुए. 19 दिसंबर 2024 से हमने अनिश्चितकालीन धरना प्रारंभ किया, जो आचार संहिता लागू होने के कारण स्थगित करना पड़ा. हालांकि 1 मार्च 2025 से यह धरना फिर प्रारंभ कर दिया गया है. जब तक समायोजन की हमारी मांग पूरी नहीं होती, हम इस आंदोलन को निरंतर जारी रखने के लिए बाध्य हैं.

बीएडधारी अभ्यर्थियों की ये हैं मांगें

  • अंतर्विभागीय समिति बैठक के लिए शीघ्रतम एजेंडा निर्धारित कर लैब असिस्टेंट पद या सहायक शिक्षक के समकक्ष पद में समायोजन के लिए जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाए.
  • अंतर्विभागीय समिति की रिपोर्ट आने के पश्चात् छत्तीसगढ़ सरकार 30 दिनों के भीतर समायोजन की प्रकिया पूर्ण करे.