नई दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा में हिस्सा लिया. उन्होंने राज्यसभा में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि पीओके कांग्रेस ने दिया था, लेकिन लेने का काम बीजेपी करेगी. शाह ने जैसे ही बोलना शुरू किया, विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष ने मांग की कि इस दौरान सदन में प्रधानमंत्री को मौजूद होना चाहिए. विपक्ष ने कहा- पीएम कहां हैं, इस पर अमित शाह ने कहा कि पीएम साहब ऑफिस में ही हैं. उनको सुनने का ज्यादा शौक है क्या. फिर और तकलीफ होगी. इस दौरान विपक्ष ने ‘प्रधानमंत्री सदन में आओ’ के नारे लगाए.
सदन में अमित शाह बोलने के लिए खड़े हुए तो कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यहां मौजूद ना होना सदन का अपमान है. पीएम मोदी सदन में आकर बात रखें. कई सवाल उनसे संबंधित है. अगर वो सदन में नहीं आते हैं तो यह सदन का अपमान है. इसके जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, विपक्ष की मांग उचित नहीं है. पीएम पर कांग्रेस का स्टैंड सही नहीं है. अमित शाह के जवाब के दौरान विपक्ष ने वॉकआउट किया. कांग्रेस, टीएमसी और आरजेडी ने सदन से वॉकआउट किया.

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, विपक्ष की मांग और स्टैंड दोनों सही नहीं है. ये बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में तय हुआ था कि सरकार जिससे चाहे जवाब दिलवा सकती है. विपक्ष इसलिए वॉक आउट कर रहा क्योंकि ये सुन नहीं सकते हैं कि इन्होंने 10 साल में अपने वोट बैंक बचाने के लिए क्या-क्या किया है.
ऑपरेशन महादेव पर बोलते हुए अमित शाह ने कहा, इस ऑपरेशन में 3 आतंकी मारे गए. आतंकी सुलेमान पहलगाम हमले में शामिल था. उसकी ही बंदूक से गोलियां चली थीं. देश की सेना ने उसे पाकिस्तान भागने नहीं दिया. इससे साफ हो गया है कि इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था. ऑपरेशन सिंदूर में लश्कर-ए-तैयबा के हेडक्वार्टर को ध्वस्त किया गया. हमले के बाद मैं कश्मीर पहुंच गया था. वहां बैठक की थी. मैंने कहा था कि इन आतंकियों को पकड़िए. इन आतंकियों के पास से 3 राइफल बरामद हुई है.
उन्होंने कहा कि जिस दिन पहलगाम में हमला हुआ उस दिन वहां से एनआईए ने खाली कारतूसों को कब्जे में लिया, जिन्हें जांच के लिए भेजा गया. जब ये आतंकी मारे गए और इनके पास से जो राइफल मिलीं, चंडीगढ़ में लैब में जांच की गई तो पाया गया कि इन्हीं तीन राइफल का इस्तेमाल किया गया था. अमित शाह ने कहा कि ऑपरेशन महादेव की सफलता के लिए मैं सेना, पुलिस, सीआरपीएफ, एनआईए और एफएसएल के अधिकारियों को बधाई देता हूं. हर-हर महादेव स्वतंत्रता का नारा है. मुझे कई लोगों के मैसेज आए थे कि जब ये आतंकी मारना तो इनके माथे पर गोली मारना. जब ये आतंकी मारे गए तो इनके माथे पर ही गोली मारी गई.
अमित शाह ने कांग्रेस नेता पी चिदंबरम पर निशाना साधा और कहा कि क्या चिदंबरम पाकिस्तान को मदद पहुंचाना चाहते हैं. चिदंबरम पाकिस्तान पर हुए अटैक के सबूत मांग रहे हैं. चिदंबरम किसे बचाना चाहते थे. जिस दिन इन्होंने सवाल पूछे उसी दिन ये तीन आतंकी मारे गए. कांग्रेस इस ऑपरेशन के नाम पर सवाल उठा रही है. मैं पूछना चाहता हूं कि आखिर आप क्या नाम रखना चाहते थे. गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस हर मुद्दे को हिंदू-मुसलमान की नजर से देखती है. ऑपरेशन महादेव में हिंदू-मुस्लिम न खोजें. कोई कहता है कि आतंकी आज ही क्यों मारे गए. मैं पूछना चाहता हूं कि इन्हें कितना जिंदा रखना चाहते हो.
अमित शाह ने कहा, इतना आसान नहीं होता है. कितना पीछा करके इन्हें मारा गया है और आप मुहूर्त पूछ रहे हो. कांग्रेस की प्राथमिकता अपना वोटबैंक है. मैं ऑपरेशन सिंदूर पर बताना चाहता हूं. हमले के बाद मैंने प्रधानमंत्री से बात की और कश्मीर पहुंच गया. मैंने दूसरे दिन सुरक्षा बैठक की. वो पल मेरे जीवन का ऐसा दिन था, जिसे भूल नहीं सकता. मैं आतंकियों को संदेश देना चाहता हूं कि कितनी भी कोशिश कर लो कश्मीर आतंकवाद से मुक्त होकर रहेगा.
अमित शाह ने कहा, मोदी जी ने 24 अप्रैल को बिहार में जो कहा था वो चुनावी सभा नहीं थी. प्रधानमंत्री ने कहा था कि पहलगाम हमला भारत की आत्मा पर है. आतंकियों और इस साजिश रचने वालों को कल्पना से बढ़कर सजा दी जाएगी. आतंकियों को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है. 140 करोड़ भारतीय इस बात के लिए एकजुट हैं कि आतंकियों के आकाओं की कमर तोड़ दी जाएगी. अमित शाह ने कहा, प्रधानमंत्री ने बिहार में कहा था कि आतंकियों को मिट्टी में मिला देंगे तो आतंकियों के ठिकाने मिट्टी में मिल गए हैं. आतंकियों को भेजने वालों को भी हमारी सेना ने मिट्टी में मिला दिया है.
उन्होंने कहा, 7 मई को पाकिस्तान के 9 आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया गया. 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए. अमित शाह ने राज्यसभा में बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि पीओके कांग्रेस ने दिया था लेकिन लेने का काम बीजेपी करेगी. उन्होंने कहा कि हमने तो आतंकियों के ठिकानों पर हमला किया था. पाकिस्तान ने इस हमले को खुद पर ले लिया. 8 मई को पाकिस्तान ने रिहायशी इलाकों और सेना के ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की. भारत ने तय कर लिया है कि हम इसका जवाब रक्षा क्षमता को खत्म करके देंगे. इसके बाद भारत ने उनके एयरबेस को ध्वस्त कर दिया.
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