Chamoli Avalanche, चमोली. उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से 57 मजदूर बर्फ में फंसे गए है थे, जिनका रेस्क्यू जारी है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम धामी से बात की है. उन्होंने चमोली में ग्लेशियर फटने की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि लोगों को सुरक्षित निकालना हमारी प्राथमिकता है. प्रशासन रेस्क्यू में पूरी तत्परता से लगा है. NDRF की 2 टीमें जल्द घटनास्थल पर पहुंचेंगी.

इसी बीच सीएम धामी राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे. यहां उन्होंने माणा गांव में हुई घटना की जानकारी ली. माणा गांव के पास सुबह ही सुबह हिमस्खलन हुआ है. हिमस्खलन में 57 मजदूर दबे थे. जिनका रेस्क्यू जारी है. रेस्क्यू किए गए मजदूरों में 5 की हालत गंभीर बताई जा रही है. सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर रख दिया है. ऋषिकेश एम्स हॉस्पिटल को भी अलर्ट कर दिया गया है.

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बता दें कि पूरा मामला जिले के माणा गांव का है. मजदूर सड़क निर्माण कार्य में लगे हुए थे. इस दौरान अचानक ग्लेशियर टूट गया और निर्माण कार्य में लगे 57 मजदूर दब गए. घटना के बाद BRO और प्रशासन की टीम ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और 10 मजदूरों को सुरक्षित निकाला. मौके पर एनडीआरएफ, आईटीबीपी और पुलिस के जवान मौजूद हैं.

रूट डायवर्ट

बताया जा रहा है कि बर्फबारी के चलते 20 किलोमीटर तक का रास्ता पूरी तरह बंद हो चुका है. 47 मजदूरों की तलाश अभी भी जारी है. पुलिस और प्रशासन उन्हें रेस्क्यू करने का हर संभव प्रयास कर रही है. इधर दूसरी तरफ चमोली जिले में रुक-रुककर बारिश और बर्फबारी हो रही है. दो से ढाई हजार फीट ऊंचे इलाकों में बर्फबारी हो रही है, जबकि निचले इलाकों में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है. बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब, जोशीमठ और औली में भी बर्फबारी हो रही है. 24 घंटे से चमोली में बारिश का सिलसिला लगातार जारी है. बारिश को देखते हुए नंदप्रयाग-चमोली राष्ट्रीय राजमार्ग को शनिवार शाम तक डायवर्ट किया गया है. इस दौरान वाहनों की आवाजाही नंदप्रयाग-सैकोट-कोठियालसैंण-चमोली सड़क मार्ग से करवाई जाएगी.