रायपुर- छत्तीसगढ़ में पुलिस कर्मियों के आंदोलन की सुगबुगाहट के बीच सरकार सख्ती के मूड में नजर आ रही है. पुलिस कर्मी 25 जून को अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किए जाने की रणनीति तैयार कर रहे हैं. सरकार की इस पर गहरी नजर है. सोमवार को मंत्रालय में हुई उच्च स्तरीय बैठक के बाद सरकार ने साफ कर दिया है कि अनुशासन की बागडोर संभालने वाली पुलिस यदि अनुशासनहीनता करेगी, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में गृहमंत्री रामसेवक पैकरा, डीजीपी ए एन उपाध्याय, एसीएस बीबीएस सुब्रमण्यम, प्रमुख सचिव अमन सिंह समेत तमाम आला अधिकारी मौजूद थे.

बैठक के बाद गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने लल्लूराम डाॅट काम से हुई बातचीत में कहा कि कुछ रिटायर्ड अधिकारी और बर्खास्त पुलिस कर्मी आंदोलन को हवा देने में लगे हुए हैं. आंदोलन करना पुलिस का काम नहीं है. पैकरा ने कहा कि जितनी सुविधाएं पुलिस कर्मियों को दी जा रही है, उतनी काफी है. रमन सरकार ने पुलिस कर्मियों की बेहतरी के लिए कई काम किए हैं. पुलिस कर्मियों को भड़काकर आंदोलन की रणनीति बनाने वाले लोगों को चिन्हित किया जा रहा है. कुछ की पहचान भी हुई है. जल्द ही उन लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

रामसेवक पैकरा ने कहा कि सरकार को पुलिस कर्मियों की चिंता है. हम लगातार उनके लिए बेहतर करने की कोशिश कर रहे हैं. बीते 15 सालों में राज्य के पुलिसकर्मियों की जिंदगी में सकारात्मक परिवर्तन आए हैं. हम पुलिस कर्मियों से यही कहना चाहते हैं कि अनुशासन प्रिय कहलाने वाली पुलिस आंदोलन की राह पर न जाए. यदि इसके बावजूद अनुशासन भंग किया गया, तो सख्ती की जाएगी. अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

सोशल माीडिया पर वायरल हुआ था पोस्ट

बीते एक पखवाड़े से पुलिस कर्मियों के वेतन-भत्ते, आवास समेत अन्य सुविधाओं की मांग को लेकर सोशल मीडिया पर आंदोलन चलाया जा रहा है. शिक्षाकर्मियों का संविलियन किए जाने के बाद आंदोलन को हवा मिल गई. पिछले दिनों नगर निगम उद्यान में आंदोलनरत पुलिस कर्मी एकजुट होकर 25 जून के आंदोलन की रणनीति तैयार करने में जुटे थे, तभी वहां आला अधिकारी पहुंच गए. इस दौरान जमकर हल्ला मचा था. इधर सोशल मीडिया पर पुलिस कर्मियों के समर्थन में कमेंट्स की भरमार आ रही है.