रायपुर- महासमुंद विधायक डाॅ.विमल चोपड़ा को बेरहमी से पुलिस द्वारा पीटे जाने के मामले में पूरे प्रदेश का सियासी पारा चढ़ा हुआ है, लेकिन सूबे के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा इससे पूरी तरह अंजान है. दरअसल पैकरा से जब विधायक और उनके समर्थकों को पीटे जाने से जुड़ा सवाल पूछा गया तो वह बयान देने से बचते नजर आए.

मीडिया के सवालों से घिरे रामसेवक पैकरा ने सिर्फ इतना कहा कि-
क्या मामला है. मैं दिखवाता हूं. घटना किन परिस्थितियों में घटी है, इसकी जांच की जाएगी. जांच के बाद ही किसी तरह की कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि बैडमिंटन खिलाड़ी से छेड़ाछाड़ के मामले में कोच अंकित लुनिया शिकायत करने थाने पहुंचे थे, जहां पुलिस ने शिकायत तो नहीं ली, लेकिन आरोप है कि अंकित औऱ महिला खिलाड़ी से दुर्व्यवहार किया. इसके विरोध में ही विधायक विमल चोपड़ा अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंचे और एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की, जिसके बाद पुलिस ने विधायक और समर्थकों को खदेड़ना शुरू कर दिया. बढ़ते विवाद के बीच बल प्रयोग किया गया, जिसमें विधायक चोपड़ा और कई समर्थक घायल हो गए.