सत्यपाल सिंह,रायपुर। कांग्रेस के राष्ट्रव्यापी ऑनलाइन कैमपेन स्पीक अप फ़ॉर स्टूडेंट सेफ्टी में भाग लेकर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि JEE और NEET की आगामी परीक्षाओं में केंद्र सरकार द्वारा लाखों छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ख़तरे में डाला जा रहा है. इस महामारी के समय JEE/NEET की परीक्षा लेने का निर्णय सरासर अनुचित है. इस फैसले से केंद्र सरकार परीक्षार्थियों के स्वाथ्य से खिलवाड़ कर रही है. केंद्र सरकार लाखों छात्रों के विषय में लगातार पूछे जा रहे सवालों का उचित जवाब दे.

क्या केंद सरकार इस बात की गारंटी दे सकती है कि परीक्षा के दौरान JEE और NEET का कोई भी छात्र और उनकी परीक्षा लेने वाले टीचर्स व स्टाफ कोरोना संक्रमण से ग्रसित नहीं होंगे ?

कोरोना वायरस महामारी और बाढ़ की स्थिति में परीक्षा आयोजित करना छात्रों के जीवन को खतरे में डालने जैसा है. बाढ़ प्रभावित बिहार और असम के छात्रों द्वारा JEE/NEET की परीक्षा देने के लिए क्या उचित व्यवस्था केंद्र सरकार द्वारा की गई है?

इस विपदा में उनके परीक्षा केंद्र में पहुंचने के क्या इंतज़ाम और प्रोटोकॉल बनाए गए हैं? अभी जबकि पूरे देश में परिवहन व्यवस्था सुचारू रूप से चालू नहीं है तब परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र तक कैसे पहुंचेंगे ?

हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि इस विषम परिस्थिति में भारत के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना करें और राहुल गांधी के सुझाव अनुरूप JEE/NEET की परीक्षा के बारे में लाखों छात्रों की बात गंभीरता से सुने और एक सार्थक हल निकाले.