हेमंत शर्मा, रायपुर। राजधानी में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को लेकर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बयान दिया है. मंत्री ने मीडिया से चर्चा में कहा कि अपराध करने वाले व्यक्ति के दिमाग मे कब क्या आ जायेगा, ऐसा कोई सिस्टम नही है जिसे पकड़ा जा सके. एक व्यक्ति के पीछे एक पुलिस लगाया नहीं जा सकती. अब वो भीड़ है भीड़ में अंदर घुसा व्यक्ति कौन है और क्या किया.
मंत्री ने कहा कि घटना तो घटी है उस पर मैं नही कहूंगा. लेकिन इसमें यह नहीं कहा जा सकता कि पुलिस के कंट्रोल में नही है. कल इधर की घटना को लेंगे और उधर अलग-अलग मुठभेड़ में कल 5 से 6 नक्सली मारे हैं, तो ऐसा नहीं है कि पुलिस का कंट्रोल नही है. अपराध में बहुत कमी आई है, लेकिन कभी-कभी इस प्रकार की घटना एक साथ हो जाती है.
रायपुर के लिए होगा अलग कंट्रोल रूम
उन्होंने कहा कि कोशिश कर रहे हैं कि रायपुर के लिए एक अलग कंट्रोल रूम हो. इसे जल्द तैयार किया जायेगा. इसमे पूरा रायपुर शहर उस कंट्रोल रूम से संचालित होगा और चौक-चौराहों की गतिविधियों पर नजर रहेगी. पूरा रायपुर को कवर्ड कर रहे हैं. अपराध पर कंट्रोल हो इसकी कोशिश कर रहे हैं.
आरक्षण में जिसका जितना अधिकारी था मिला
82 प्रतिशत आरक्षण को लेकर हाईकोर्ट में लगी याचिका को लेकर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि कोर्ट अपना काम करेगी. कोर्ट ने याचिका स्वीकार कर ली है. कोर्ट का निर्णय आयेगा उसके आधार पर सरकार आगे कदम उठाएगी. अभी तो सरकार को लगा कि जिनका जितना अधिकार है उनको मिलना चाहिए. इस दिशा में जैसे एसटी के इतना परसेंट है जनसंख्या के आधार पर वो है.
मंत्री ने कहा कि एससी का पहले 4 परसेंट कम हो गया था. उनके द्वारा मांग की गई. ओबीसी के भी जनसंख्या का आंकलन करने के बाद 27 परसेंट किया गया है. यह अलग है कि इतने परसेंट से ज्यादा आरक्षण नहीं कर सकते, यह संवैधानिक बात है, लेकिन इतना कई प्रदेशों ने किया है, हमारे यहां भी किया गया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सोच के हिसाब से किया गया है. कोर्ट का जो निर्णय आएगा उसके परिप्रेक्ष्य में फिर कैबिनेट अपना निर्णय लेगी.