मुंबई। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के खत से सनसनी फैल गई है. उन्होंने खत में राज्य के गृहमंत्री पर 100 करोड़ रुपए की वसूली टारगेट देने का आरोप लगाया है. इससे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार मुश्किल में आ गई है. उद्धव ठाकरे को भेजे गए आठ पेज के खत का असर सीधे मुकेश अंबानी केस पर तो पड़ेगा ही, इस लेटर से महाराष्ट्र में सरकार गिरने का भी खतरा बढ़ गया है.

बताया जा है कि परमबीर सिंह के इस खत के बाद शिवसेना और एनसीपी अपने रिश्तों पर सोचने मजबूर हो गई है. दूसरी तरफ बीजेपी शिवसेना के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कोशिशें तेज कर दी हैं.

मुकेश अंबानी के घर के बाहर रखे जिलेटिन केस में परमबीर सिंह को तीन दिन पहले मुंबई पुलिस कमिश्नर की कुर्सी से हटा दिया गया. उन्हें साइड पोस्टिंग माने जाने वाले होम गार्ड विभाग डीजी की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

शिवसेना ने इसे एक रूटीन ट्रांसफर बताया था, लेकिन महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने एक कार्यक्रम में कहा था कि परमबीर सिंह का ट्रांसफर रूटीन नहीं है. उन्होंने कुछ बड़ी गलतियां की है, इसलिए उनका तबादला किया गया.

अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप
परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक लेटर लिखा है. इसमें अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए, इससे साथ ही कुछ सबूत भी दिए. परमबीर सिंह ने कहा कि अनिल देशमुख ने सचिन वाजे को अपने पास बुलाया था और उनके लिए हर महीने 100 करोड़ रुपए का कलेक्शन होटल, रेस्तरां, बीयर बार व अन्य जगह से करने को कहा था.

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खत में सनसनीखेज दावे
मुंबई में 1750 बार, रेस्तरां और इसी तरह के अन्य जगह हैं, जहां से अनिल देशमुख के अनुसार, आसानी से रुपये कलेक्ट किए जा सकते हैं. परमबीर सिंह को दावा है कि यह बात सचिन वझे ने उन्हें बताई थी. परमबीर सिंह ने यह भी दावा किया कि अनिल देशमुख ने मुंबई पुलिस की समाज सेवा शाखा के एसीपी संजय पाटील और डीसीपी भुजबल को भी इसी तरह बुलाया और उनके लिए महीने में 40 से 50 करोड़ रुपये का कलेक्शन करने को कहा.

पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मांगा इस्तीफा

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग की है. फडणवीस ने कहा कि हम महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री के खिलाफ गंभीर आरोपों की केंद्रीय सरकारी एजेंसियों द्वारा विस्तृत जांच की मांग करते हैं. यदि केंद्र सरकार इससे सहमत नहीं है तो अदालत की निगरानी में जांच की जानी चाहिए. पत्र में लगाये गए आरोपों को देखते हुए गृहमंत्री को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए या सीएम को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए.

बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने कहा कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर के बयान के मुताबिक मुंबई में जबरन वसूली चल रही थी. सचिन वाजे गृहमंत्री के एजेंट थे. बियर बार से लेकर अन्य जगहों से पैसे वसूले जा रहे थे. अनिल देशमुख को अब हटा दिया जाना चाहिए.

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