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Hop Shoots Vegetable Farming In Bihar: बिहार के औरंगाबाद के रहने वाले अमरेश सिंह हॉप शूट्स नाम की सब्जी उगाते हैं, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत ₹85000 प्रति किलो है. देश में पहली बार बिहार के इस युवक ने हॉप शूट की खेती करने का साहस दिखाया है. 39 वर्षीय अमरेश सिंह औरंगाबाद के करमडीह गांव के रहने वाले हैं.
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करीब ढाई लाख रुपए निवेश कर उन्होंने हॉप शूट की खेती शुरू की है. हॉप शूट अंतरराष्ट्रीय सब्जी बाजार में बेचे जाते हैं. अमरेश सिंह ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि हॉप शूट की खेती में पहली बार मुझे 60 फीसदी से ज्यादा सफलता मिली है.’ इसके बाद से अमरेश सिंह की सफलता की चर्चा होने लगी है.
हॉप शूट वास्तव में उत्तरी अमेरिका और यूरोप में उगाई जाने वाली सब्जी है. इसका उपयोग कैंसर रोग के उपचार में किया जाता है. इसके साथ ही बीयर बनाने वाली कंपनियां हॉप शूट का इस्तेमाल करती हैं. हॉप शूट्स का इस्तेमाल बीयर में झाग डालने के लिए किया जाता है. हॉप शूट के प्रयोग से बियर में झाग और सुगंध आती है. बीयर में हॉप शूट्स का इस्तेमाल बढ़ने के बाद दुनिया के कई देशों में बड़े पैमाने पर इसकी खेती होने लगी है. इसके फूलों का उपयोग बियर बनाने में तथा इसकी टहनियों का प्रयोग खाने में किया जाता है.
हॉप शूट से भी अचार बनाया जाता है. यह शरीर में मौजूद एंटीबॉडी की मात्रा को बढ़ाता है, जिससे शरीर की गंभीर बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है. कहा जाता है कि हॉप शूट खाने से शरीफा जवान हो जाता है और त्वचा चमकदार हो जाती है. हॉप शूट अनिद्रा और तनाव से भी राहत दिलाता है. हॉप शूट की जड़ 2-3 मीटर तक गहरी होती है. इसे बहुत उपजाऊ और नम और धूप वाले स्थान पर लगाया जाता है. हॉप शूट एक सब्जी है, जो शंकु के आकार की होती है. इसके फल इसकी पंखुड़ियों की लचीली परतों से बने होते हैं.
पके होने पर हॉप शूट का यह फूल लगभग 2 सेंटीमीटर लंबा होता है. इसके फूल को कोन कहते हैं. हॉप शूट की सब्जी का स्वाद बहुत कड़वा होता है, इसकी टहनियों का इस्तेमाल सलाद के रूप में किया जाता है. भारत में हिमाचल प्रदेश के ठंडे क्षेत्र लाहौल स्पीति में लगभग 40 वर्षों तक हॉप शूट की खेती की जाती थी, लेकिन बाजार में फसल की सही कीमत नहीं मिलने के कारण किसानों ने इसकी खेती से दूरी बना ली.
अमरेश सिंह ने अपनी 5 कट्ठा जमीन में हॉप शूट की खेती शुरू कर दी है. हॉप शूट भारतीय बाजार में तभी उपलब्ध होते हैं, जब इसकी खास डिमांड होती है. हॉप शूट का इस्तेमाल टीबी जैसी बीमारी के इलाज में भी किया जाता है.
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