रायपुर. आज का पंचांग – दिनांक 14.04.2022 शुभ संवत 2079 शक 1944 सूर्य उत्तरायण का चैत्र मास शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि रात्रि को 03 बजकर 56 मिनट तक दिन गुरूवार पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र दिन 09 बजकर 55 मिनट तक आज चंद्रमा सिंह राशि में आज का राहुकाल दोपहर को 01 बजकर 38 मिनट से 03 बजकर 12 मिनट तक रहेगा.
मेष राशि
आपकी राशि में गोचर करते हुए सूर्य कई तरह के उतार-चढ़ाव और अप्रत्याशित परिणाम दिलाएंगे. इस बात का भी ध्यान रखें कि इसी राशि पर राहु भी गोचर कर रहे हैं. इसलिए अपनी जिद और आवेश पर तो नियंत्रण रखें ही साथ ही स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें, विशेषकर आंखो की तकलीफ साथ ही बुखार या एलर्जी हो सकता है. स्वभाव में उग्रता भी आ सकती है जिद पर नियंत्रण रखें.
उपाय –
ऊॅं अचिंताय नम: मेष राशि के जातकों को सूर्य देव के इस मंत्र का जप करना चाहिए.
रविवार का व्रत रखें. कोशिश करें कि इस दिन व्रत रखकर नमक ना खाएं.
मेष राशि के जातकों को गुड़, मूंगफली दाने एवं तिल का दान करना चाहिए.
वृषभ राशि- राशि से बारहवें व्यय भाव में गोचर करते हुए सूर्य और राहु अधिक भागदौड़ और अपव्यय का सामना करवाएंगे. संबंधियों से अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग. किसी न किसी कारण से पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति का सामना करना पड़ता है. विदेश यात्रा का भी योग बन रहा है, लेकिन उस यात्रा में आय कम और खर्च अधिक होगा. कोर्ट कचहरी के मामले भी बाहर ही सुलझाएं. विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक के लिए कठिन प्रयास करने होंगे.
उपाय –
ऊॅं अरुणाय नम:
वृष राशि के जातकों को सूर्य देव के इस मंत्र का जप करना चाहिए.
हर रविवार को सूर्योदय से कुछ समय पहले यानी ब्रह्म मुहूर्त में लाल रंग के आसन पर बैठकर सूर्य चालीसा का पाठ करें.
वृषभ राशि के जातकों को अगर सूर्यदेव की कृपा पानी हो तो उन्हें दान जरूर करना चाहिए. इसके लिए वे सफेद कपड़ा, दही एवं तिल का दान करें.
मिथुन राशि – राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए सूर्य साथ ही एकादष भाव का राहु आपके लिए अचानक लाभ का योग बनायेगा. रणनीतियां कारगर सिद्ध होगी. आय के साधन बढ़ेंगे. काफी दिनों पहले दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद है. परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा बड़े भाइयों के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें. उनसे रिश्ते बिगड़ने न दें. जमीन-जायदाद से संबंधित मामले हल होंगे.
उपाय –
ऊॅं आदि-भुताय नम:
मिथुन राशि के जातकों को सूर्य देव के इस मंत्र का जप करना चाहिए.
मिथुन राशि के जातकों को मूंग दाल, चावल एवं कंबल का दान करना चाहिए.
कर्क राशि- राशि से दशम कर्म भाव में गोचर करते हुए सूर्य राहु कुछ अच्छा तो कुछ बहुत खराब कर सकते हैं. उच्च स्तर के संपर्क के कारण आपके लिए हर प्रकार से सफलता दिलाने वाले सिद्ध होंगे, लेकिन माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति बहुत सावधान रहने की आवश्यकता है. कार्यक्षेत्र में भी उच्चाधिकारियों से विवाद बढ़ने न दें. जमीन जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा. सामाजिक पद प्रतिष्ठा बढ़ेगी. नौकरी में भी पदोन्नति और नए अनुबंध की प्राप्ति के योग बनेंगे. मित्रों से भी अप्रिय समाचार प्राप्त के योग हैं. यात्रा सावधानीपूर्वक करें.
उपाय –
ऊॅं वसुप्रदाय नम:
कर्क राशि के जातकों को सूर्य देव के इस मंत्र का जप करना चाहिए.
कर्क राशि के जातकों को चावल, चांदी एवं सफेद तिल का दान करना चाहिए.
सिंह राशि – राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए सूर्य राहु का प्रभाव हानिकारक रहेगा. धर्म और आध्यात्म के प्रति रुझान बढ़ेगा, किंतु विवाद देगा जिसके कारण मानसिक संताप भी बढ़ सकता है. आप धार्मिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान भी करेंगे. विदेशी कंपनियों में सर्विस एवं नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहेगा. ऊर्जाशक्ति एवं साहस के बल पर विषम परिस्थितियों पर भी विजय प्राप्त कर लेंगे. कुछ कार्य में बाधा एवं विवाद भी संभव.
उपाय –
ऊॅं भानवे नम:
सिंह राशि के जातकों को सूर्य देव के इस मंत्र का जप करना चाहिए.
सिंह राशि के जातक अगर किसी परेशानी से जूझ रहे हों. तांबा, गेहूं एवं सोने के मोती का दान करना चाहिए.
कन्या राशि –
राशि से अष्टम आयु भाव में गोचर करते हुए सूर्य साथ ही राहु का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता. इस अवधि के मध्य हर कार्य तथा निर्णय बहुत सावधानी पूर्वक करने की आवश्यकता है. षड्यंत्र का शिकार होने से बचें. कार्यक्षेत्र में भी अपने काम संपन्न करें और सीधे घर आएं. कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी बाहर ही सुलझा लेना समझदारी रहेगी. यात्राओं पर अधिक खर्च होगा.
उपाय –
ऊॅं शांताय नमः
कन्या राशि के जातकों को सूर्य देव के इस मंत्र का जप करना चाहिए.
कन्या राशि के जातकों को खिचड़ी, कंबल एवं हरे कपड़े का दान करना चाहिए.
तुला राशि – राशि से सप्तम दांपत्य भाव में गोचर करते हुए सूर्य राहु का प्रभाव कई तरह के अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव लाएगा. दांपत्य जीवन के लिए यह गोचर बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता इसलिए अपने स्वभाव में उग्रता न आने दें. विवाह से संबंधित वार्ता में थोड़ा और विलंब होगा. ससुराल पक्ष से रिश्तों में कड़वाहट आ सकती है. साझा व्यापार करने से भी बचें.
उपाय –
ऊॅं इंद्राय नम:
तुला राशि के जातकों को सूर्य देव के इस मंत्र का जप करना चाहिए.
तुला राशि के जातकों को जीवन में शुभता पाने के लिए शक्कर एवं सुहाग सामग्री का दान करना चाहिए.
वृश्चिक राशि – राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए सूर्य राहु छठे स्थान के दोष को कम करेंगे जिसके कारण आपके लिए बेहतरीन सफलता दिलाने वाले सिद्ध होंगे. गुप्त शत्रु परास्त होंगे. कोर्ट कचहरी के मामलों में भी निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत हैं. किसी भी तरह की सरकारी सर्विस के लिए आवेदन करना चाह रहे हों अथवा व्यापारिक अनुबंध भी भरना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा.
उपाय –
ऊॅं आदित्याय नम:
वृश्चिक राशि के जातकों को सूर्य देव के इस मंत्र का जप करना चाहिए.
वृश्चिक राशि के जातकों को समस्याओं से राहत पाने के लिए मूंगा, लाल कपड़ा एवं तिल का दान करें, तो उनके जीवन में खुशियों का वास होता है.
धनु राशि – राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए सूर्य राहु का प्रभाव कम्प्यूटर आईटी, मीडिया, आर्ट, डिजाईन के विद्यार्थियों एवं शोध परक कार्य करने वाले छात्रों को परीक्षा-प्रतियोगिता में अच्छी सफलता दिलाएगा. कार्य व्यापार में उन्नति तो होगी किंतु संतान संबंधी चिंता परेशान कर सकती है. परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा बड़े भाइयों से संबंध बिगड़ने न दें.
उपाय –
ऊॅं शर्वाय नम:
धनु राशि के जातकों को सूर्य देव के इस मंत्र का जप करना चाहिए.
धनु राशि के जातकों को पीला कपड़ा, खड़ी हल्दी एवं सोने का मोती दान करना चाहिए. मान्यता है ऐसा करने से जातकों को अच्छी सेहत और धन-धान्य का आशीर्वाद मिलता है.
मकर राशि – राशि से चतुर्थ सुख भाव में गोचर करते हुए सूर्य राहु का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता. अनेक सफलताओं के होते हुए भी किसी न किसी कारण से पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति का सामना करना पड़ेगा. मित्रों तथा संबंधियों से भी अशुभ समाचार प्राप्ति के योग हैं. आपके अपने ही लोग नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे, सावधान रहें.
उपाय –
ऊॅं सहस्त्र किरणाय नम:
मकर राशि के जातकों को सूर्य देव के इस मंत्र का जप करना चाहिए.
मकर राशि के जातकों को काला कंबल, तेल एवं काले तिल दान करना चाहिए. कहते हैं कि ऐसा करने से सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं.
कुंभ राशि – राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए सूर्य राहु आपके लिए कार्य व्यापार में अच्छी सफलता दिलाने वाले जरूर सिद्ध होंगे, किंतु आपके प्रयास की तुलना में परिणाम कम होगा साथ ही लाभ मिलने में विलंब भी दे सकता है. कोई भी बड़े से बड़ा कार्य आरंभ करना हो अथवा किसी नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना हो तो भी सावधानी रखें, कागजात पर ध्यान से कार्य करें एवं पर्याप्त फालोअप दें.
उपाय –
ऊॅं ब्रह्मणे दिवाकर नम:
कुंभ राशि के जातकों को सूर्य देव के इस मंत्र का जप करना चाहिए.
कुंभ राशि के जातकों को काला कपड़ा, काली उड़द, खिचड़ी एवं तिल का दान करने से जातकों को लाभ होता है.
मीन राशि – राशि से द्वितीय धन भाव में गोचर करते हुए सूर्य राहु का प्रभाव कई मायनों में अच्छे परिणाम नहीं देगा. आपकी वाणी में भी उग्रता आ जाएगी. स्वास्थ्य विशेष करके आंख-कान से संबंधित समस्या से भी जूझना पड़ सकता है. जमीन जायदाद से जुड़े मामलों के हल होने में थोड़ा और समय लगेगा. आकस्मिक धन प्राप्ति का योग तो बनेगा किंतु इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें अन्यथा दिया गया धन समय पर मिलने में संदेह रहेगा.
उपाय –
ऊॅं जयिने नम:
मीन राशि के जातकों को सूर्य देव के इस मंत्र का जप करना चाहिए.
मीन राशि के जातकों को रेशमी कपड़ा, चने की दाल, चावल एवं तिल का दान करना चाहिए.
पंडित – प्रिय शरण त्रिपाठी, ज्योतिषाचार्य