आज का पंचाग. दिनांक 26.07.2022 शुभ संवत 2079 शक 1944 सूर्य दक्षिणायन का श्रावण मास कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि शाम को 06 बजकर 48 मिनट दिन मंगलवार आर्द्रा नक्षत्र रात्रि को 04 बजकर 09 मिनट तक आज चंद्रमा मिथुन राशि में आज का राहुकाल दोपहर को 03 बजकर 27 मिनट से 05 बजकर 05 मिनट तक होगा.

आज के राशियों का हाल तथा ग्रहों की चाल-

मेष राशि – ज्यादा दोस्ती के कारण भटकाव. बड़ो के साथ अनादर. उदर विकार संभव. शनि की शांति- उड़द, सरसों के तेल का दान करें. तिल, गुड़ से बने लड्डू का भोग लगायें.

वृषभ – दोस्तो के साथ मौज-मस्ती के कारण परिवार से तनाव. व्यसन से कष्ट. बुध से उत्पन्न कष्ट की शांति के लिए – हरी चूड़िया बहन या किसी लड़की को दें. गणेषजी में दूबी चढ़ायें.

मिथुन – पारिवारिक व्यवस्था में खर्च. आकस्मिक विवाद. घरेलू कलह. राहु से राहत के लिए – ऊॅ रां राहवे नमः का जाप करें. काली चीजों का दान करें.

कर्क – स्थान परिवर्तन सुखकारक. चतुस्पद से सावधान रहें. केतु से बचाव के लिए – नारियल, मिष्ठान चढ़ायें. गाय, कुत्ता को आहार खिलायें.

सिंह – कार्य अधिकता रहेगा. पुराना रोग कष्टकारी. सूर्य से राहत के लिए – ऊॅ धृणि सूर्याय नमः का जाप करें. सफेद फूल, मिठाई का भोग लगायें.

कन्या – भागीदारों से लाभ जिससे व्यवसायिक ग्रोथ. जीवनसाथी को शिकायत हो सकती है. चंद्रमा से संबंधित. दूध, नारियल शंकरजी में चढ़ायें. सफेद वस्त्र धारण करें.

तुला – मातृपक्ष के सदस्यों से मुलाकात. उत्साह भरा दिन. उदर विकार. लाल वस्तु चढ़ायें. लड्डू का प्रसाद बाॅटें. तुलसी का सेवन करें.

वृश्चिक – धार्मिक कृत्य करेंगे. लोकप्रियता मिलेगी. बृहस्पति के निम्न उपाय करें – देवी जी में पीला वस्त्र. पीले पुष्प, लड्डू का भोग लगायें.

धनु – पड़ोसियों का सहयोग. सांस्कृतिक कार्यक्रम में भागीदारी. कंधा या श्वसन संबंधी कष्ट संभव. शुक्र के कष्टों की निवृत्ति के लिए – माता का दूध दही चढ़ायें. दुर्गासप्तशती का पाठ करें.

मकर – वित्तीय बाधा. अकेलापन बोर संभव. शनि के निम्न उपाय आजमायें – ऊॅ शं शनैष्चराय नमः का जाप करें. काली चीजों का दान करें.

कुंभ – रिश्तेदार का आगमन. आर्ट फिल्ड में सफलता. सर्दी से कष्ट. सफेद मिष्ठान का दान कुवारी कन्याओं को करें. सफेद वस्त्र धारण करें.

मीन – शारीरिक कष्ट. काम या मुलाकात पेंड़िग रहेगा. सूर्य की शांति के लिए – लाल पुष्प चढ़ायें. गेहू, गुड का दान करें.

पंडित – प्रिय शरण त्रिपाठी, ज्योतिषाचार्य.