दिल्ली. होटलों और रेस्त्रां के शीर्ष संगठन फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएचआरएआई) ने अग्रणी ऑनलाइन ट्रेवल एजेंट (ओटीए) मेक माई ट्रिप और गोआइबिबो की कार्यप्रणाली से खफा होकर उन्हें नोटिस पर डाल दिया है। यही नहीं, इसकी गुजरात इकाई ने बीते एक दिसंबर से गोआइबिबो व मेक माई ट्रिप से आने वाली बुकिंग भी स्वीकार करनी बंद कर दी है। संगठन का कहना है कि यदि दोनों एजेंटों ने अपनी नीतियां नहीं बदली तो शीघ्र ही पूरे देश में इनकी बुकिंग नहीं स्वीकार की जाएगी।
एफएचआरएआई के उपाध्यक्ष और होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया के अध्यक्ष गुरबख्शिश सिंह ने बताया कि होटल कारोबारी इन ओटीए द्वारा दी जा रही छूट से परेशान हैं। ये बिना होटल से बात किए अपनी तरफ से ग्राहकों को छूट दे देते हैं, जिसका खामियाजा होटलों को भुगतना पड़ता है। जब ऑनलाइन कमरे बुक कराने में सस्ता पड़ रहा है तो ग्राहक ऑफलाइन कमरे बुक कराने से बचने लगे हैं।
पहले ये एजेंट होटलों से 15 से 18 फीसदी कमीशन वसूलते थे, जो इन दिनों बढ़कर 40 फीसदी तक पहुंच गया है। इससे होटल मालिकों का गुजारा मुश्किल हो गया है। सिंह का कहना है कि होटल तो पहले ही अपनी तरफ से डिस्काउंट देकर रेट बताते हैं, ऊपर से ओटीए छूट दे देते हैं। छूट पर छूट होटल मालिकों के लिए वहन करना मुश्किल हो रहा है। ऐसा इसलिए, क्योंकि उनका करीब 40 फीसदी इंवेंट्री ओटीए के ही पास होता है।
संगठन का कहना है कि ओटीए अवैध रूप से चल रहे या बिना लाइसेंस वाले बेड एंड ब्रेकफास्ट मोटल को भी अपने प्लेटफार्म पर बढ़ावा देते हैं। इससे इस क्षेत्र में नियम-कानून को मानकर कारोबार कर रहे कारोबारियों को परेशानी हो रही है। मेक माई ट्रिप के प्रवक्ता ने कहा कि वह एफएचआरएआई और अपने होटल साझेदारों से बातचीत कर रहे हैं। उम्मीद है कि शीघ्र ही इस मसले को सुलझा लिया जाएगा।