रायपुर। विधानसभा के बजट सत्र के सातवें दिन प्रश्नकाल में गरियाबंद के सुपेबेड़ा में शुद्ध पेयजल व्यवस्था नहीं होने और लगातार मौत का मामला उठा. मामले में भाजपा विधायक और विभागीय मंत्री के बीच तीखी नोक-झोंक हुई. मंत्री ने कहा कि पानी से वहां कोई मौत नहीं हुई. सदन में हंगामे के बीच भाजपा विधायकों ने वॉकआउट किया.

भाजपा विधायक डमरूधर पुजारी ने सुपेबेड़ा में पानी की समस्या और लोगों की मौत का मामला उठाया. पुजारी ने कहा कि सुपेबेड़ा में लोग मर रहे हैं. उन्हें शुद्ध पानी कब उपलब्ध कराया जाएगा. मंत्री गुरू रुद्र कुमार ने कहा- अति शीघ्र पिलायेंगे. अलग-अलग वजहों से लेट हुआ. हमारे कार्यकाल में वहां काम शुरू करा देंगे. पानी से मौत नहीं हुई है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पानी का काम व्यक्तिगत रूप से आप देखें, विभाग देखें, बेहद गंभीर विषय है.

पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि सुपेबेड़ा में लगातार मौतें हो रही है. शुद्ध पानी लोगों को नहीं मिल रहा है. लगातार वहां मौतें हो रही हैं. साढ़े 4 साल में टेंडर तक नहीं हुआ. मंत्री गुरू रुद्र कुमार ने कहा कि सुपेबेड़ा और आसपास में पेयजल की समस्या नहीं है, लेकिन वहां के गांव वाले ने कहा तेल नदी से पानी चाहिए. मैं घोषणा करता हूं कि एक महीने में टेंडर हो जाएगा और जल्द वहां के सभी 9 गांवों में पानी मिलेगा.

गुरू रुद्र कुमार ने कहा कि 15 साल में भाजपा सरकार ने कुछ नहीं किया. आप लोग कुछ किए रहते तो आज ये हाल नहीं होता. मंत्री के जवाब से नाराज भाजपा विधायकों ने हंगामा मचाया. भाजपा विधायक अजय चंद्राकर और मंत्री गुरू रुद्र कुमार के बीच सदन में तीखी बहस हुई, जिसके बाद भाजपा विधायकों ने वॉकआउट किया.

पढ़ें नवीनतम खबरें –

इसे भी पढ़ें –