Hailstones: जब आसमान में बादल घिरते हैं और अचानक बर्फ की गोलियां यानी ओले गिरने लगते हैं, तो हम हैरान रह जाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये ओले बनते कैसे हैं और इनका आकार हमेशा गोली जैसा ही क्यों होता है? बच्चों की इन जिज्ञासाओं के विषय में जानते हैं…
ओले तब बनते हैं जब आकाश में क्युम्यलोनिम्बस नामक भारी और ऊँचे बादल बनते हैं. इन बादलों में गर्म और ठंडी हवाएं आपस में टकराती हैं. जब पानी की बूंदें इन बादलों में बहुत ऊंचाई तक ऊपर जाती हैं, तो वहां का तापमान इतना कम हो जाता है कि पानी जमकर बर्फ बन जाता है.
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ओला धीरे-धीरे बड़ा होता जाता है (Hailstones)
यह जमी हुई बर्फ की छोटी सी गेंद हवा की वजह से बार-बार ऊपर-नीचे होती रहती है. हर बार जब यह नीचे आती है तो उसमें और नमी चिपक जाती है, और ऊपर जाकर वह नमी भी जम जाती है. इस तरह कई परतें जमने लगती हैं और ओला धीरे-धीरे बड़ा होता जाता है.
हवा चारों ओर से बराबर दबाव बनाती है (Hailstones)
अब सवाल उठता है कि ओले का आकार गोल ही क्यों होता है? इसका कारण यह है कि हवा चारों ओर से बराबर दबाव बनाती है, जिससे बर्फ की परतें गोलाई में जमती हैं. जैसे पानी की बूंद भी गिरने से पहले गोल होती है, वैसे ही ओला भी हवा के संतुलन से गोल बनता है. हालांकि ओलों की वजह से फसलों को नुकसान हो सकता है, लेकिन इनके बनने की प्रक्रिया एक शानदार प्राकृतिक विज्ञान है. यह हमें बताता है कि प्रकृति कैसे छोटे-छोटे कणों को विशाल और प्रभावशाली रूप दे सकती है.
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