नितिन नामदेव, रायपुर। कल से सावन महीने की शुरुआत हो रही है. इस बार सावन महीने की शुरुआत भी सोमवार से और समापन भी सोमवार को होगी. इस अवसर के लिए जहां मंदिरों में भव्य तैयारियां की गई हैं, वहीं दूसरी ओर राजधानी के महादेव घाट के गंदे पानी में स्नान करने को लेकर महादेव के भक्त परेशान हैं. इसे भी पढ़ें : सड़क चौड़ीकरण मामले में नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे का आरोप, कहा- श्रेय लेने की होड़ में हैं महापौर एजाज ढेबर

महादेव घाट के पहले खारुन नदी में नाले का पानी मिल रहा है.,लोगों का कहना है कि नदी हमारी आस्था से जुड़ा है. मंदिर आने से पहले सबसे पहले हम इसी नदी घाट में स्नान करते हैं. लेकिन नदी में नाले का गंदा पानी मिल रहा है, जिससे नहाना भी मुश्किल हो जाता है. कई बार इसकी शिकायत नगर निगम में कर चुके हैं. लेकिन सही तरीके से नदी की सफाई नहीं की जा रही है. इस नहाने से पहले कई बार सोचना पड़ता है.

हटकेश्वरनाथ महादेव मंदिर में जोरदार तैयारी

रायपुर के प्राचीन मंदिरों में से एक हटकेश्वरनाथ महादेव मंदिर में हर साल भक्तों की आस्था का जनसैलाब देखने को मिलता है. जिस तरह उज्जैन के महाकाल के दर्शन का महत्व है, उसी तरह छत्तीसगढ़ में हटकेश्वरनाथ के दर्शन का महात्म्य है. इस मंदिर को छत्तीसगढ़ का मिनी काशी भी कहा जाता है.

सावन के विशेष मौके पर भगवान भोलेनाथ का विशेष श्रृंगार किया जाता है. इस मंदिर में भीड़ को देखते हुए भक्तों के लिए प्रवेश और निकासी के लिए अलग-अलग द्वार बनाए गए हैं. मंदिर में भक्तों की एंट्री मेन गेट से होगी. दर्शन के बाद भक्त दक्षिण द्वार पर स्थित पिछले वाले गेट से बाहर निकल सकेंगे.