वृंदावन स्थित प्रेमानंद जी महाराज का आश्रम हज़ारों श्रद्धालुओं के लिए आस्था और आध्यात्म का प्रमुख केंद्र बन चुका है. लेकिन बहुत से लोग यह नहीं जानते कि महाराज जी से मिलने की प्रक्रिया क्या है और कैसे इस दिव्य अनुभव का हिस्सा बना जा सकता है.

आश्रम, इस्कॉन मंदिर के पास परिक्रमा मार्ग पर स्थित है. यहां प्रतिदिन रात्रि 2:30 बजे सत्संग प्रारंभ होता है, जिसमें भाग लेने के लिए पहले दिन सुबह 9:30 बजे टोकन लेना आवश्यक होता है. टोकन प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु को आधार कार्ड साथ लाना अनिवार्य है.

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व्यक्तिगत रूप से मिलने की प्रक्रिया

यदि कोई व्यक्ति महाराज जी से व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहता है, तो टोकन प्राप्त करने के बाद अगले दिन सुबह 6:30 बजे आश्रम पहुंचना होता है. इस समय महाराज जी से मार्गदर्शन प्राप्त करने और प्रश्न पूछने का अवसर मिलता है.

कुछ विशेष नियमों का पालन अनिवार्य

  • मोबाइल फोन आश्रम परिसर में ले जाना सख्त वर्जित है; सभी मोबाइल जमा कर लिए जाते हैं.
  • छोटे बच्चों का प्रवेश भी प्रतिबंधित है, जिससे सत्संग में पूर्ण शांति बनी रह सके.

ऑनलाइन बुकिंग या डिजिटल संपर्क संभव नहीं

महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रेमानंद जी महाराज से मिलने के लिए कोई ऑनलाइन बुकिंग, कॉल या डिजिटल संपर्क माध्यम उपलब्ध नहीं है. सम्पूर्ण प्रक्रिया आश्रम में प्रत्यक्ष उपस्थिति और टोकन प्रणाली पर आधारित है.

इसलिए, यदि आप महाराज जी के दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं, तो निर्धारित नियमों और समय का पालन करते हुए आश्रम में स्वयं उपस्थित होना ही एकमात्र उपाय है.

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