काम, करियर और जिंदगी में आगे रहने की दौड़ में लोगों के पास ना तो अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने का समय है और ना ही आराम से बैठकर खाना खाने की फुर्सत है. ऐसे में लोग फैमिली डिनर या बच्चों के साथ बैठकर दिन में एक बार भी खाना खा पाने के लिए समय तो शायद कभी-कभार ही निकाल पाते हैं. वहीं, रोजमर्रा के जीवन में उनके पास इतना भी वक्त नहीं होता कि वे अपना लंच बॉक्स पूरा खत्म कर सकें या सुबह हेल्दी नाश्ता बनाकर खा सकें. ऐसे में लोगों की जिंदगी में झटपट बनने वाले रेडी-टू-ईट मील्स, फास्ट फूड और जंक फूड ने जगह बनानी शुरू की. लोगों ने होटल से मंगवाकर पिज्जा, बर्गर, नूडल्स, डूनट और चिकेन नगेट्स जैसी चीजों को अपनी रोजमर्रा की डाइट में भी शामिल कर लिया और अपने बच्चों को भी यह सब खिलाने लगे. लेकिन, कुछ बच्चों को फास्ट-फूड या जंक फूड खाना इतना पसंद आ जाता है कि वे घर का बना खाना खाने के लिए तैयार नहीं होते और आनाकानी करने लगते हैं.
समस्या तब अधिक गम्भीर बन जाती है जब बच्चे जंक फूड के लिए जिद करने लगते हैं और उन्हें ये सब खाने ना मिले तो खाना ही नहीं खाते. अगर आपके बच्चों में भी जंक फूड या फास्ट फूड खाने की ऐसी ही आदत है और आप इस चीज से परेशान हो चुके हैं, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा और बच्चे की आदत धीरे-धीरे बदलने की कोशिश करनी होगी. आज हम आपको कुछ ऐसी ही टिप्स बताएंगे जो बच्चों में जंक फूड खाने की आदत छुड़वाने में मददगार साबित हो सकती हैं. Read More – Rakhi Sawant की जान को खतरा, एक्ट्रेस ने खुद किया खुलासा …
बच्चों को खिलाएं हेल्दी और फिलिंग ब्रेकफास्ट
बच्चों को ब्रेकफास्ट में हेल्दी नाश्ता परोंसें और उन्हें अपनी प्लेट में रखा सारा नाश्ता खाने के लिए प्रोत्साहित करें. ऐसा करने से उनका पेट सुबह अच्छी तरह भर जाएगा और दिन में उन्हें क्रेविंग्स कम होगीं. बच्चों को रोज-रोज एक जैसा नाश्ता परोसने की बजाय अपनी क्रिएटिविटी से उनमें अलग-अलग रंग की सब्जियां, फलों, योगर्ट और चीज जैसे हेल्दी डिश खिलाएं. इससे बच्चा आपकी बनायी डिश की तरफ आकर्षित होगा और उसे खाने में भी रूचि दिखाएगा.
अपने घर या किचन में करें ये बदलाव
कुछ लोग पूरे सप्ताह या महीने भर की खरीददारी करते समय चिप्स, कुकीज, ड्राई स्नैक्स और नूडल्स वगैरह का स्टॉक खरीद लाते हैं और अपने किचन की आलमारियों में उन्हें भरकर रख देते हैं. ऐसे में बच्चों की भी नजर बार-बार इन चीजों पर पड़ती है और वे उन्हें खाने के लिए जिद करने लगते हैं. आपके घर में भी अगर ऐसा ही हाल है तो सबसे पहले अपने किचन से इन सभी चीजों को निकाल दें. क्योंकि जब तक घर में यह सब मौजूद रहेगा बच्चे अनहेल्दी इटिंग से खुद को रोक नहीं पाएंगे.
हेल्दी और स्मार्ट ऑप्शन्स चुनें
बच्चों में जंक फूड खाने-पीने का लालच जब भी आए तो घर में कुछ बनाने की कोशिश करें या अगर आप बाहर बाजार में हैं तो बच्चों के लिए हेल्दी फूड ऑप्शन्स चुनें. जैसे अगर बच्चे का मन आइसक्रीम खाने का है तो उसे मीठी लस्सी या कस्टर्ड खाने को दें. इसी तरह कोल्ड्रिंक पीने की जिद करने वाले बच्चों को आप गन्ने का जूस, स्मूदीज, मिल्क शेक पीने के लिए दें. इससे उनकी मीठा खाने या पीने की इच्छा पूरी हो जाएगी और इसी बहाने वे कुछ हेल्दी चीजों का सेवन भी कर लेंगे.
जब बच्चा करें चॉकलेट खाने की जिद
जंक फूड खाने की आदत वाले बच्चों में चॉकलेट, फ्रूट कैंडीज, जेली और दूसरी मीठी चीजें खाने की इच्छा बहुत अधिक होती है. ऐसे बच्चों के मीठा खाने की इच्छा होने पर आप उन्हें उनकी पसंद के फ्रूट्स काटकर दे सकते हैं. इसी तरह अनार, पाइनऐप्पल और कीवी फ्रूट जैसे फलों को काटकर पहले से फ्रिज में रख सकते हैं या अंगूर और बेरीज को पानी से धोकर उन्हें किसी बॉक्स में भरकर रख दें. बच्चे जब चॉकलेट खाने की मांग करें तो उन्हें तुरंत यह चीजें उन्हें खाने के लिए दे दें. इसके अलावा आप बच्चों को ये चीजें खाने के लिए सूखे खजूर, किशमिश, मूंगफली, तिल और गुड़ से बने होममेड एनर्जी बार या चिक्की, ड्राई फ्रूट्स, शहद के साथ पॉपकॉर्, मुरमुरे और गुड़, चना और गुड़ दीजिए. Read More – Today’s Recipe : साउथ इंडियन डिश को इटेलियन ट्विस्ट देते हुए बनाएं Cheese Dosa, यहां जानें रेसिपी …
बच्चों को समझाएं जंक फूड के नुकसान
बच्चे की उम्र को ध्यान में रखते हुए बच्चे से बात करें और उन्हें समझाएं कि आप आखिर उन्हें जंक फूड खाने से क्यों मना कर रहे हैं. जैसे 2 से 3 साल की उम्र के बच्चों को समझाएं जंक फूड खाने से उनके दांत खराब हो सकते हैं और वे अंदर-बाहर से नुकसान पहुंचा सकता है. वहीं, 6 साल से अधिक उम्र के बच्चे जो आंत, इम्यून सिस्टम और डाइजेस्टिव सिस्टम जैसे महत्वपूर्ण अंगों के बारे में जानते हैं, उन्हें समझाएं कि किस तरह जंक फूड खाने से इन अंगों को नुकसान हो सकता है.
बच्चों को किचन में काम करने के लिए प्रोत्साहित करें
किचन बच्चों के लिए सीखने की एक अच्छी जगह है और छोटी उम्र से ही बच्चों को अगर आप किचन के छोटे-मोटे कामों के लिए प्रो्साहित करें. अपने लिए सैंडविच बनाने, फ्रूट्स कट करने और ब्रेड पर बटर लगाने जैसे कामों में उनकी मदद मांगे. इस तरह बच्चे हेल्दी फ्रूट्स, सब्जियों, मसालों और हर्ब्स के बारे में जान सकेंगे और हो सकता है कि जल्द ही वे जंक फूड छोड़ पूरी तरह से हेल्दी फूड्स खाना शुरु कर दें.
बनाएं बच्चे का डाइट चार्ट
इन सबके साथ बच्चे का डाइट चार्ट बनाएं. इस बात का नजर रखें कि बच्चा दिनभर में क्या-क्या खाता और पीता है. इससे, आपको यह समझना आसान हो जाएगा कि बच्चा कितनी कैलोरी, फैट या शक्कर का सेवन कर रहा है. इसी तरह आप बच्चे के एक मील को हेल्दी फ्रूट्स और सलाद या ड्राई फ्रूट्स जैसे हेल्दी ऑप्शन से भी रिप्लेस कर सकेंगे और अगर यह तरीका काम करता है तो धीरे-धीरे बाकी मील में भी बदलाव कर सकते हैं.
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