नई दिल्ली। स्टेशन मास्टरों की देशव्यापी हड़ताल और ट्रेन बंद करने की चेतावनी के बीच जनआंदोलन के चलते पूर्व मध्य रेलवे और दक्षिण मध्य रेल के कई ट्रेन रूट सोमवार को प्रभावित रहे. दिल्ली-हावड़ा रूट के साथ कई रूटों पर दिल्ली से पूर्वोत्तर जाने वाली ट्रेनें सोमवार को बाधित रहीं. बिहार में बड़हिया रेलवे स्टेशन पर ट्रैक पर लोग टेंट लगाकर सुंदरकांड का पाठ करते देखे गए. अपनी मांगें माने जाने तक लोग धरने पर बैठे रहे. इससे ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा. कई ट्रेनें जहां-तहां के स्टेशनों पर फंसी रहीं, तो करीब 7 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया. वहीं कुछ ट्रेनों के रूट में भी बदलाव किया गया.

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ज्यादातर ट्रेनों को धनबाद से होकर चलाने की घोषणा

पूर्व मध्य रेलवे के CPRO के अनुसार हावड़ा-नई दिल्ली दुरंतो एक्सप्रेस, हावड़ा-नई दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस समेत इस रूट की ज्यादातर ट्रेनों को धनबाद होकर चलाने की घोषणा कर दी गई है. नई दिल्ली समेत अन्य शहरों से पटना और जसीडीह होकर चलने वाली ट्रेनें धनबाद होकर चल रही हैं. यात्रियों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. हालांकि इससे यात्रियों को आवागमन में परेशानी हो रही है. रेल संघर्ष समिति लंबे समय से ट्रेनों की ठहराव की मांग के समर्थन में धरना-प्रदर्शन कर रहा है. पिछले वर्ष 25 जुलाई को भी रेल परिचालन बाधित गया था. उस दौरान भी रेलवे अधिकारियों ने आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया था.

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31 मई को करीब 35 हजार स्टेशन मास्टर रहेंगे हड़ताल पर

वहीं दूसरी ओर देशभर के करीब 35 हजार स्टेशन मास्टर 31 मई को एक साथ हड़ताल पर जाने की चेवावनी रेलवे को पहले ही दे चुके हैं. इसकी वजह से देशभर की रेलसेवा प्रभावित हो सकती हैं और ट्रेनों के पहिए थम सकते हैं. दरअसल रेलवे की उदासीनता की वजह से देशभर के करीब 35 हजार स्टेशन मास्टरों ने अपनी ओर से रेलवे बोर्ड को एक नोटिस भेजा है. इसमें स्टेशन मास्टरों ने आगामी 31 मई को हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है. ये स्टेशन मास्टर चाहते हैं कि उनके संवर्ग में खाली पदों को जल्द भरा जाए. वर्तमान में स्टेशन मास्टरों को रोज 8 घंटे के बजाय 12 घंटे की ड्यूटी करनी पड़ती है. अगर रेलवे की ओर से इनकी मांगों को स्वीकार नहीं किया जाता है, तो देशभर में 31 मई को रेल सेवाएं ठप हो सकती हैं.

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