कर्नाटक के बेलूर, हलेबिड और सोमनाथपुरा के होयसला मंदिरों को यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल कर लिया गया है. होयसला के पवित्र स्मारक 15 अप्रैल 2014 से यूनेस्को की संभावित सूची में थे. होयसला मंदिर 12वीं-13वीं शताब्दी में बनाए गए थे. कला एवं साहित्य के संरक्षक माने जाते होयसल राजवंश की यह राजधानी थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, यह सभी भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है. खुशी है कि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के दृष्टिकोण और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक शांतिनिकेतन को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है.

तीन होयसला मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के तहत संरक्षित स्मारक हैं इसलिए एएसआई इसका संरक्षण और रखरखाव करता है. इससे पहले पश्चिम बंगाल के शांतिनिकेतन को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया था. शांतिनिकेतन में ही कवि रवींद्रनाथ टैगोर ने एक सदी पहले विश्वभारती की स्थापना की थी. इस पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें खुशी और गर्व है कि शांतिनिकेतन को आखिरकार यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है.