देवेन्द्र डडसेना पथरिया। मुंगेली जिले में पिछले कई दिनों से हो रही बारिश की वजह से पथरिया ब्लॉक स्थित आगर और मनियारी नदी उफान पर आ गए है. जिस कारण नीचले इलाकों में भारी पानी घुस गया है. नदियों के उफान पर आने से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो चला है. कई लोग बाढ़ में फंस गए है, जिन्हें प्रशासन की टीम निकालने की कोशिश कर रही है.
जानकारी के मुताबिक आगर मनियारी नदी की किनारे बसे अमलीकपा, भिलाई, अमोरा, सल्फा जैसे नीचली बस्ती वाले गांवों में पानी भर गया है. अमलीकापा बस्ती में बसे लोगों दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है. पानी में फंसे होने की जानकारी के बाद प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है और एसडीएम समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए है.
इसके साथ ही अमोरा के नीचले इलाके में अभी भी 12 लोग फंसे हुए हैं. तेज बहाव होने के कारण रेसक्यू करने में दिक्कत हो रही है और नाव से निकालना संभव नजर नहीं आ रहा है. हेलीकॉप्टर से निकालने की विभागीत बातचीत की जा रही है. क्योंकि आस-पास के पूरे के पूरे इलाके जलमग्न हो गए हैं. स्थिति ये हो गई है कि घर तक डूबने लगे हैं.
गांवों के चारों ओर पानी ही पानी और पहुंचने के मार्ग में जैसे टोनही चुआ कंचनपुर वाले मार्गों में भी जलभराव हो जाने के कारण अमोरा मार्ग बंद हो चुका है. तेज बहाव के कारण जहां लोग फंसे हुए है, उनको निकालने पहुंची एसडीआरएफ की टीम निकलने में नाकाम हो रही है, जिससे हेलीकॉप्टर के अलावा अन्य कोई दूसरा विकल्प नजर नहीं आ रहा है.
मुंगेली कलेक्टर पीएस एल्मा ने lalluram.com से बातचीत कहा कि घटना स्थल पर एसडीआरएफ की टीम मौजूद है, लेकिन पानी में फंसे लोगों को नहीं निकाल पा रही है. एसपी समेत कई अधिकारी मौके पर मौजूद है. ऐसी स्थिति में लोगों को हेलीकॉफ्टर से निकालने की बात कही जा रही है. उससे पहले बिलासपुर से हाईपॉवर वाले वोट को मंगवाया गया है. उन्होंने बताया कि दूसरे गांव में फंसे 25 लोगों को निकाल लिया गया है, अमोरा में फंसे 12 लोगों को निकालने का प्रयास जारी है.
कलेक्टर ने आगे कहा कि लोग अतिक्रमण में कहीं भी घर बना लिए है, जिससे यह समझ नहीं आया कि किस जगह पर पानी भर सकता है. अमोरा गांव में पहली बार पानी भरने की स्थिति निर्मित हुई है. अगली बार समझ आएगा कि कहां कहा दिक्कत हो रही है. उन्होंने गांव में पानी भरने की एक वजह पिछले तीन दिन से पानी गिरने को बताया है. इसके साथ ही नदियों से 6 फीट पानी को भी धीरे-धीरे कर छोड़ा गया है.
उन्होंने कहा कि पानी में फंसे लोगों को निकालकर ग्राम पंचायत भवन और स्कूलों में रखा जा रहा है. खाने की कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन अभी लोगों को रेस्क्यू कर निकालने का प्रयास किया जा रहा है. अब केवल जनहानि न हो और लोगों का सामान भी खराब न हो इसे भी ध्यान में रखा जा रहा है.