अहमदाबाद। गुजरात सरकार ने युवाओं के नए विचार को स्टार्टअप कंपनी का रूप देकर राज्य में एंड टू एंड इनोवेशन और उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए स्टूडेंट स्टार्टअप एंड इनोवेशन हब (i-Hub) प्रोग्राम की शुरुआत की है, जो लगातार राज्य के स्थानीय युवाओं के सपनों को पंख देने का काम कर रहा है। इसकी सफलता का अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते हैं कि 16 मई 2019 को शुरू हुआ i-Hub अब तक 530 स्टार्टअप्स को सपोर्ट कर चुका है जिनका कुल रेवेन्यू 539 करोड़ रुपये है।

i-Hub में स्टार्टअप विचारों को प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट्स और मिनिमम वायबल प्रोडक्ट्स में बदलने के लिए 2.5 लाख से 10 लाख तक की सहायता दी जाती है। मदद के लिए डोमेन्स और सलाहकारों से मार्गदर्शन दिलाने का कार्य होता है। स्टार्टअप्स के लिए मार्केटिंग, आईपीआर, फंडिंग, अकाउंटिंग, अनुदान के लिए एक्सेस व अन्य जरूरी सुविधाएं व मदद दी जाती हैं।

1.5 लाख स्क्वायर फीट क्षेत्रफल में बना है नया कैंपस

बता दें कि 5 दिसंबर 2023 को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने i-Hub के नए कैंपस का उद्घाटन किया था। यह कैंपस 1.5 लाख स्क्वायर फीट क्षेत्रफल में बनाया गया है जो एक साथ लगभग 500 स्टार्टअप्स को सपोर्ट पहुंचा सकता है। इसके साथ ही इसके इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी एडवांस्ड और फ्यूचरिस्टिक टेक्नोलॉजी लैब्स से लैस किया गया है ताकि प्रोटोटाइपिंग का काम तेज़ रफ़्तार से हो सके।

i-Hub की प्रमुख उपलब्धियां

  1. 530 स्टार्टअप्स को समर्थन: i-Hub ने अब तक 530 स्टार्टअप्स को समर्थन दिया है, जिनका संयुक्त राजस्व 539 करोड़ रुपये है।
  2. प्रोटोटाइप विकास के लिए अनुदान: i-Hub ने स्टार्टअप्स को प्रोटोटाइप विकास के लिए 17 करोड़ रुपये से अधिक का अनुदान प्रदान किया है।
  3. 160 करोड़ रुपये की निजी फंडिंग: विभिन्न पहलों के माध्यम से, i-Hub ने इनक्यूबेटेड स्टार्टअप्स के लिए 160 करोड़ रुपये की निजी फंडिंग की सुविधा प्रदान की है।
  4. 1400 कुशल रोजगार का सृजन: i-Hub द्वारा समर्थित स्टार्टअप्स ने लगभग 1400 कुशल रोजगार सृजित किए हैं।
  5. स्टार्टअप्स का कुल मूल्य: i-Hub द्वारा समर्थित स्टार्टअप्स का कुल मूल्य लगभग 3,100 करोड़ रुपये है।
  6. हब एंड स्पोक मॉडल: i-Hub शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्टार्टअप्स का समर्थन करने के लिए हब एंड स्पोक मॉडल पर काम कर रहा है और इसने राज्य के 20 से अधिक जिलों को कवर किया है।
  7. 4 लाख युवाओं की जागरूकता: i-Hub ने विभिन्न क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के तहत लगभग 4 लाख युवाओं को जागरूक किया है, और उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के 5000 से अधिक संकाय सदस्यों को बौद्धिक संपदा और नवाचार पर प्रशिक्षित किया गया है।
  8. महिला उद्यमिता का समर्थन: महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को समर्थन देने के लिए, i-Hub ने एक समर्पित कार्यक्रम शुरू किया है, जिसमें 200 से अधिक महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को समर्थन दिया गया है, जो कुल स्टार्टअप्स का लगभग 30% है।
  9. प्रमुख क्षेत्रों में समर्थन: i-Hub कृषि, स्वास्थ्य एवं कल्याण, डीप टेक्नोलॉजीज, खाद्य एवं पेय पदार्थ, लॉजिस्टिक्स, फिनटेक, शैक्षिक प्रौद्योगिकी, रक्षा एवं एयरोस्पेस, सामाजिक प्रभाव, विनिर्माण और कपड़ा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में स्टार्टअप्स का समर्थन कर रहा है।
  10. स्टार्टअप डेमो डे कार्यक्रम: राज्य भर में आयोजित 50 स्टार्टअप डेमो डे कार्यक्रमों के तहत मैजिक (बाजार, शिक्षा, सरकार, उद्योग, समुदाय) कनेक्ट के माध्यम से 300 से अधिक स्टार्टअप्स का समर्थन किया गया है।

अगले 5 वर्षों की कार्य योजना

i-Hub ने अगले 5 वर्षों में 500 स्टार्टअप्स को सीड फंडिंग प्रदान करने और 1500 छात्र स्टार्टअप्स को विकसित करने की योजना बनाई है। इसके साथ ही, यह शिक्षा जगत में सभी इनक्यूबेटरों का पोषण करेगा और उद्योग तथा सरकारी संस्थानों में स्टार्टअप्स का समर्थन करने के लिए नीति, शिक्षण और संस्थागत तंत्र विकसित करेगा। i-Hub क्षेत्र-विशिष्ट इनक्यूबेशन और त्वरण कार्यक्रम विकसित करेगा और स्टार्टअप्स को विकास और विस्तार के लिए आवश्यक जोखिम पूंजी और उद्यम निधि तक पहुंचने में मदद करेगा।

i-Hub में स्टार्टअप्स के लिए उपलब्ध सुविधाएँ:

  1. सह-कार्य स्थान: i-Hub स्टार्टअप्स को सब्सिडी वाले दर पर सह-कार्य स्थान प्रदान करता है, जो सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित है। i-Hub के नए परिसर में 100 से अधिक स्टार्टअप्स इस सुविधा का सक्रिय रूप से उपयोग कर रहे हैं। इसके अलावा, i-Hub का परिसर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, जिससे स्टार्टअप्स के लिए काम का माहौल और भी प्रेरणादायक बनता है।
  2. नेटवर्किंग के अवसर: i-Hub ने कई संगठनों के साथ साझेदारी की है, जिससे स्टार्टअप्स को अपने विकास के लिए लाभ मिल सकता है। स्टार्टअप्स 25 से अधिक उद्योग मंडलों के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में उद्योगों के साथ नेटवर्किंग कर सकते हैं। यह साझेदारियां स्टार्टअप्स को व्यापक बाजार में प्रवेश और उद्योग के विशेषज्ञों से जुड़ने के अवसर प्रदान करती हैं।
  3. अवसंरचनात्मक सहायता: i-Hub सभी स्टार्टअप्स को बुनियादी ढांचे का समर्थन प्रदान करता है, जिसमें बैठक कक्ष, कक्षाएँ, सम्मेलन कक्ष और अन्य संबद्ध सुविधाएँ शामिल हैं। इन सुविधाओं का उपयोग निःशुल्क या न्यूनतम लागत पर किया जा सकता है, जिससे स्टार्टअप्स को अपनी जरूरतों के अनुसार संसाधनों का उपयोग करने में सुविधा होती है।
  4. 360° मेंटरशिप: i-Hub में 250 से अधिक मेंटरों का एक मेंटर बोर्ड है, जिसमें व्यवसाय मॉडलिंग, डिज़ाइनिंग, उत्पाद विकास, निवेश और रणनीति जैसे विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल हैं, जो स्टार्टअप्स को मार्गदर्शन और मेंटरशिप प्रदान करते हैं। यह मेंटरशिप स्टार्टअप्स को उनकी व्यावसायिक यात्रा के प्रत्येक चरण में सहयोग करती है, जिससे उनके विचारों को सफल उद्यमों में बदलने में मदद मिलती है।
  5. बौद्धिक संपदा सहायता: i-Hub का इन-हाउस स्टेट इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी फैसिलिटेशन सेंटर स्टार्टअप्स को पेटेंट, ट्रेडमार्क और अन्य बौद्धिक संपदा से संबंधित सहायता प्रदान करता है। यह सहायता स्टार्टअप्स को उनके नवाचारों की सुरक्षा और व्यावसायिक मूल्य बढ़ाने में मदद करती है।
  6. फंडिंग सहायता: i-Hub ने 50 से अधिक वेंचर कैपिटलिस्ट, माइक्रो वेंचर कैपिटल फर्म और एंजेल इन्वेस्टमेंट पार्टनर्स के साथ सहयोग स्थापित किया है, जो स्टार्टअप्स को विस्तार और विकास के लिए आवश्यक जोखिम पूंजी प्रदान करते हैं। यह फंडिंग स्टार्टअप्स को अपने व्यवसाय को स्केल करने और बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त हासिल करने में सहायता करती है।

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