सुदीप उपाध्याय, वाड्रफनगर। नगर पंचायत वाड्रफनगर ऐसा वाकया हुआ, जिसमें मानवता भी सिसक उठी. ठेला चलाकर जीवनयापन करने वाला 42 वर्षीय शख्स चक्कर खाकर गिर गया. गंभीर रूप से घायल को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस को फोन किया गया, लेकिन काफी इंतजार के बाद भी एंबुलेंस के नहीं आने पर घायल युवक की मां उसे ठेले में लादकर अस्पताल पहुंची.

जानकारी के अनुसार, वाड्रफनगर निवासी 42 वर्षीय अशोक उर्फ बबुआ ठेला चलाकर जीवन-यापन करता है. बुधवार को नगर के राजीव गांधी चौक पर अचानक चक्कर आने पर वह गिर पड़ा, इससे उसे गंभीर चोटें आई, और बुरी तरह घायल हो गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने उसे हॉस्पिटल ले जाने के लिए 108 एम्बुलेंस को फोन किया, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी 108 नहीं आया, तो जिस ठेला को युवक चलता था उसी में उसे लादकर एक सहयोगी के साथ उसकी माँ पीछे से धकेलते हुई उसे हॉस्पिटल तक ले आई.

सिर में चोट लगने के कारण डॉक्टरों ने उसे अंबिकापुर रेफर कर दिया, लेकिन अंबिकापुर जाने के लिए एम्बुलेंस नहीं मिलने की वजह से वह अभी भी वाड्रफनगर हॉस्पिटल में ही है. पीड़ित के माँ ने बताया कि बेटे के इलाज के लिए मेरे पास इलाज के लिए पैसा नहीं है, और प्राइवेट वाहन कर अम्बिकापुर भी नही ले जा सकती हूं. एबुलेंस का इन्तज़ार कर रही हूं जैसे ही आएगा इसको अंबिकापुर लेकर जाएंगे.

इस संबंध में डॉ. शशांक गुप्ता ने बताया कि 108 के लिए सीधा रायपुर को फोन लगता है, वहीं से सबकुछ कंट्रोल किया जाता है. अब क्या कारण है, एंबुलेंस क्यों नहीं है, यह तो कंट्रोल रूम वाले बताएंगे. फिलहाल, यह दोनों एंबुलेंस बाहर गए हैं, जिसके कारण इन्हें एंबुलेंस मुहैया नहीं कराया जा सका.