बीडी शर्मा,दमोह। कोरोना संक्रमण काल में जहां लोग जाति धर्म और समुदाय का भेद भूलकर मानवता के नाम हर संभव मदद कर रहे हैं. वहीं कोरोना आपदाकाल में कुछ अमानवीय चेहरा भी सामने आ रहा है. ऐसा ही एक शर्मसार करने मामला सामने आया है जहां अस्पताल द्वारा एंबुलेंस नहीं दिए जाने पर शव को हाथ ठेले पर लाद कर मजबूरी में घर ले जाना पड़ा.

मामला जिले के पथरिया स्वास्थ्य केंद्र का

मामला जिले के पथरिया स्वास्थ्य केंद्र का है जहां आज सुबह परिजन एक महिला को गंभीर अवस्था में लेकर अस्पताल  पहुंचे थे. परिजन अस्पताल स्टाफ से महिला को अन्य अस्पताल ले जाने के लिए रेफर करने और एंबुलेंस की मांग की. अस्पताल प्रबंधन ने न तो महिला को अन्य अस्पताल में रेफर किया न ही एंबुलेंस दिया. इस दौरान महिला ने दम तोड़ दिया. मौत के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध नहीं कराई. मृतका के बेटे का आरोप है कि एंबुलेंस के लिए चंद कदम के लिए 5 हजार रुपए मांगे जिसे वे देने में सक्षम नहीं थे. मजबूरी में महिला का शव हाथ ठेले पर लादकर ले जाना पड़ा.

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बता दें कि मध्यप्रदेश के कई शहरों में बहुत से समाजसेवी संस्था और संगठन द्वारा नि:शुल्क एंबुलेंस की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है. खासकर अस्पताल से शव को घर और मुक्तिधाम पहुंचाने में मदद करते हैं. वहीं आज एक गरीब युवक को शव ले जाने के लिए शव वाहन की मदद नहीं मिल पाई. लिहाजा मजबूरी में हाथ ठेले पर रखकर घर ले जाना पड़ा.

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