जिला अस्पतालों और सीएचसी में स्थानीय स्तर पर ही कई तरह की जांच की सुविधा, जिला अस्पतालों के हमर लैब में 120 और सीएचसी के लैब में 60 तरह की जांच
रायपुर। प्रदेश के विभिन्न शासकीय अस्पतालों में संचालित ‘हमर लैब’ से मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही अनेक तरह की जांच की सुविधाएं मिल रही हैं. स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा संचालित जिला अस्पतालों के हमर लैब में 120 तरह की और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के हमर लैब में 60 प्रकार की जांच की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. राज्य के 16 हमर लैब में 1 अप्रैल 2022 से अब तक कुल 57 लाख 46 हजार पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री जांच की गई हैं.
राज्य का पहला ‘हमर लैब’ फरवरी-2020 में रायपुर जिला चिकित्सालय में शुरू किया गया था. 1 अप्रैल 2022 से अब तक यहां सात लाख 48 हजार 128 जांचें की जा चुकी हैं. सुदूर वनांचल बीजापुर के जिला अस्पताल के ‘हमर लैब’ में छह लाख 96 हजार 357, जगदलपुर जिला अस्पताल के ‘हमर लैब’ में छह लाख 55 हजार 812, कांकेर जिला अस्पताल में छह लाख 52 हजार 698, दुर्ग जिला अस्पताल में पांच लाख 48 हजार 951 जांच की गई.
यही नहीं बालोद जिला अस्पताल में चार लाख 63 हजार 330, सुकमा जिला अस्पताल में तीन लाख 69 हजार 621, बलौदाबाजार जिला अस्पताल में तीन लाख चार हजार 028, राजनांदगांव जिला अस्पताल में दो लाख 38 हजार 195, कोंडागांव जिला अस्पताल में दो लाख 12 हजार 439 और बलरामपुर जिला अस्पताल के ‘हमर लैब’ में इस दौरान एक लाख 74 हजार 589 जांचें की गई हैं.
पाटन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संचालित ‘हमर लैब’ में अप्रैल-2022 से अब तक दो लाख 23 हजार 356 जांचें की गई हैं. इस दौरान मानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ‘हमर लैब’ में एक लाख 12 हजार 839, पलारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 70 हजार 052 और खरसिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 17 हजार 603 जांचें की गई हैं. अंबिकापुर स्थित शासकीय मेडिकल कॉलेज में भी इस वर्ष 6 फरवरी से हमर लैब संचालित है. 6 फरवरी 2023 से 30 अप्रैल 2023 तक वहां दो लाख 55 हजार 738 जांचें की जा चुकी हैं.