मिथलेश गुप्ता, जशपुर। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पहाड़ी कोरवा परिवार के दो नाबालिग बच्चियों को भूख ने इस कदर सताया कि परंपरागत शराब बनाने के बाद बचे हुए सड़े चावल (हड़िया) को खाकर खेत में बेहोश हो गईं. सूचना मिलने पर पुलिस ने बच्चियों को अस्पताल में दाखिल कराया, जहां से उपचार के बाद उन्हें डिस्चार्ज किया गया.

मामला जशपुर जिले के बगीचा नगर पंचायत का है, जहां बुधवार को नदी से लगे सरसों के खेत में बेहोशी की हालत में विशेष संरक्षित पहाड़ी कोरवा जनजाति की दो नाबालिग लड़कियां मिली. बगीचा पुलिस ने रेस्क्यू करते हुए दोनों बच्चियों को बगीचा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया.

बेहोश मिली बच्चियों में से एक की मां और दूसरे की बड़ी बहन श्रीमनी ने बताया कि बच्चियों ने खाना नहीं खाया था, जिसकी वजह से शराब बनाने के बाद बचे हुए चावल (हड़िया) का सेवन करने के साथ देशी शराब को पी लिया था, जिससे वे बेहोश हो गई थीं. जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बच्ची की मां और नाना

श्रीमनी ने बताया कि उसके नाम से राशन कार्ड नहीं बना है. उसके पिता के नाम से राशन कार्ड है, जिसमें मिलने वाला चावल 20 दिन ही चल पाता है. यही वजह है कि एक दिन पहले दूसरों से चावल मांगकर बच्चियों को खिलाया था. दूसरे दिन खाने को कुछ नहीं था, जिसकी वजह से बच्चियों ने सड़े चावल को खाकर अपनी भूख मिटाने की कोशिश की.

बच्चियों के बेहोश होने की सूचना पर थानेदार भास्कर शर्मा ने अपनी टीम के साथ उन्हें इलाज के लिए बगीचा अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से होश आने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया. मामले में जिला कलेक्टर महादेव कावरे ने बगीचा एसडीएम ज्योति बी कुजूर को निर्देशित कर मामले में जांच की बात कही है.