लक्ष्मीकांड बंसोड़, बालोद। कमोबेश दो महीने पहले 22 मार्च को मोहला विकासखंड के शेरपार हायर सेकंडरी में पदस्थ शिक्षिका की दुर्ग स्थित घर के लिए लौटते समय अज्ञात वाहन की चपेट में आने मौके पर ही मौत हो गई थी. लेकिन अब इस घटनाक्रम में ट्विस्ट आ गया है, महिला को उसके पति ने ही अपनी गाड़ी से मारा था, यही नहीं हादसे के बाद महिला की सांस चलती देख उसे रॉड से पीट-पीटकर मार डाला था.

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दो महीने पहले की जिस तरह से घटना सामने आई थी, उसके अनुसार, महिला शिक्षिका बरखा वासनिक स्कूल में प्यून के साथ घर लौट रही थी. इस दौरान दल्लीराजहरा थाना क्षेत्र के हितेकसा गांव के मंदिर के पास अज्ञात वाहन ने उसे चपेट में ले लिया. शिक्षिका की मौके पर मौत हो गई, वहीं प्यून गंभीर रूप से घायल हो गई थी.

शिक्षिका की मौत पर परिजनों ने संदेह जताया, जिस पर पुलिस ने घटना की तहकीकात शुरू की. सूत्रों के अनुसार, जांच में पाया कि बरखा का अपने पति शिशपाल के साथ अच्छा संबंध नहीं था. कई बार सुलह करने का प्रयास हुआ, लेकिन बात नहीं बनी. आखिर में महिला अपने दुर्ग स्थित मायके में रहने लगी थी. लेकिन पति को पत्नी का अलग रहना रास नहीं आया.

पति शिशपाल ने पत्नी को मारने की योजना बना डाली. दुर्ग से शेरपाल से रोज आने-जाने वाली बरखा की टाइमिंग वगैरह सब की पड़ताल कर ली. और 22 मार्च को मौके देखकर रास्ते में सुनसान जगह पर गाड़ी से कुचल डाला. दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद भी बरखा की सांस चलती देख शिशपाल ने पास रखे रॉड से ताबड़तोड हमला कर बची-खुची सांस से भी महरुम कर दिया.

पत्नी को मौत के घाट उतारने के आरोपी पति शिशपाल के साथ उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आज इसका सिलसिलेवार तरीके से मीडिया के सामने खुलासा करेगी. लेकिन इस से घटना से बरखा के साथ रह रही उसकी सात साल की बेटी और पांच साल के बेटे की पूरी दुनिया ही बदल गई है. अब वह जिंदगी भर इस गुणा-भाग में ही लगी रहेगी कि आखिरकार दोष किसका था, उसकी मां का, या उसके पिता का.