रायपुर। आईएएस अधिकारी भीम सिंह अक्सर किसी ने किसी वजह से विवादों में घिरे रहते हैं. अपने करीबियों को मनरेगा के लिए निकाले गए पदों पर नियुक्त करने के लिए भर्ती नियमों को बदलकर सुर्खियों में आए मनरेगा आयुक्त भीम सिंह फिर से एक नए विवाद में घिर गए हैं. भीम सिंह स्कूल शिक्षा विभाग की बास्केटबॉल की टीम के साथ विदेश जाना चाहते थे लेकिन उनकी इस कोशिश को झटका लगा है. सरकार ने उनकी इस प्रस्तावित विदेश यात्रा पर रोक लगा दी है.

दरअसल आईएसएफ वर्ल्ड स्कूल बास्केटबॉल चैम्पियनशिप का आयोजन 12 अप्रैल 2019 से लेकर 20 अप्रैल 2019 तक हेराक्लियन क्रीत ग्रीस में होना है. यही प्रतियोगिता 2021 में राजनांदगांव जिले में भी आयोजित की जानी है. जिसके अवलोकन के लिए लोक शिक्षण संचालक एस प्रकाश ने शासन के पास एक प्रस्ताव भेजा था जिसमें 2 आईएएस समेत 8 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ग्रीस में होने वाले आयोजन के अवलोकन के लिए जाना प्रस्तावित किये थे. इस टीम में जो दो आईएएस अधिकारियों को शामिल किया गया था उसमें लोक शिक्षण संचालक आईएएस अधिकारी एस प्रकाश और आईएएस भीम सिंह भी शामिल हैं. लोक शिक्षण संचालक एस प्रकाश ने शासन के पास भेजे प्रस्ताव में लिखा है कि आईएसएफ  वर्ल्ड स्कूल बास्केटबॉल चैम्पियनशिप का आयोजन राजनांदगांव में किये जाने संबंधी प्रस्ताव तत्कालीन कलेक्टर भीम सिंह द्वारा प्रेषित किया गया था. आईएसएफ बास्केटबॉल ग्रीस के अवलोकन के हेतु प्रतिनिधिमंडल में जाने के लिए भीम सिंह द्वारा व्यक्तिगत रुप से निवेदन किया गया था जिसके आधार पर उनका नाम प्रस्तावित किया गया था. शासन स्तर पर मान्य नहीं होने की स्थिति में भीम सिंह का नाम प्रतिनिधिमंडल से हटाया जा सकता है.

आपको बता दें कि मनरेगा आयुक्त भीम सिंह ने विभाग में तीन पदों पर निकाली गई भर्ती में मूल निवासी छत्तीसगढ़ी होने की शर्त को हटा दिया था. तीन पदों में से जिन दो पदों के लिए उन्होंने भर्ती नियम में बदलाव किया था उनका वेतन 1 लाख रुपये से ज्यादा थ. माना जा रहा था कि उन्होंने ऐसा सिर्फ अपने कुछ करीबियों को लाभ पहुंचाने के लिए किया था. मामला सामने आने पर सरकार ने इस पर पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने नाराजगी जाहिर की थी वहीं सचिव द्वारा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था.