रायपुर- छत्तीसगढ़ के सीनियर आईएएस अधिकारी डाॅक्टर आलोक शुक्ला को पोस्ट रिटायरमेंट पोस्टिंग दी गई है. वह 30 मई को ही रिटायर हुए थे. संविदा नियुक्ति देते हुए राज्य शासन ने उन्हें संसदीय कार्य विभाग का प्रमुख सचिव नियुक्त किया है. साथ ही स्कूल शिक्षा विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी है. सामान्य प्रशासन विभाग ने इसका आदेश जारी कर दिया है.
डाॅक्टर आलोक शुक्ला स्कूल शिक्षा, के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा और रोजगार, कौशल विकास की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. साथ ही व्यापम और माध्यमिक शिक्षा मंडल के चेयरमेन करा भी चार्ज उनके हिस्से था. कोरोना लाॅकडाउन के दौरान आनलाइन कक्षाएं जारी करने के लिए पढ़ई तुंहर द्वार योजना डाॅ. आलोक शुक्ला के दिमाग की ही उपज थी, जिसकी देशभर में सराहना की गई. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश के 16 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखकर स्कूल शिक्षा को लाॅकडाउन पीरियड में सतत जारी रखने के लिए इस योजना को साझा किया था. पढ़ई तुंहर द्वार एक ऐसा आनलाइन पोर्टल है, जिसमें सभी कक्षाओं के विषयों के वीडियो लेक्चर अपलोड किए गए हैं. स्कूल शिक्षा विभाग में बेहतरी के उनके अभिनव प्रयासों से मुख्यमंत्री बघेल वाकिफ है. इस वक्त जब राज्य आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है, ऐसे कठिन दौर में शिक्षा को ग्रास रूट तक ले जाने का डा.शुक्ला माॅडल राज्य को एक नई पहचान दिला सकता है. यही वजह है कि शुक्ला को संविदा नियुक्ति दी गई है. वह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भरोसेमंद अधिकारी माने जाते हैं.