रायपुर। IAS एलेक्स पॉल मेनन के अपहरण में शामिल लाखों के ईनामी नक्सली दंपत्ति ने पुलिस के सामने आत्म समर्पण कर दिया है. नक्सली दंपत्ति ने एसआईबी के राजधानी स्थित मुख्यालय ओल्ड पीएचक्यू में आला अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया. दोनों पति-पत्नी पर सरकार ने 5-5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था.
बस्तर से ये दंपत्ति रविन्द्र और रीना आज राजधानी पहुंचे और स्पेशल नक्सल डीजी डीएम अवस्थी सहित नक्सल आपरेशन से जुड़े प्रमुख अधिकारियों के समक्ष मुख्यधारा में लौटने की इच्छा जताते हुए आत्मसमर्पण कर दिया. आला अधिकारियों के मुताबिक दोनों पति-पत्नी 2008 से नक्सलवाद से जुड़ गए थे.
आत्मसमर्पण करने वाले दंपत्ति ने बताया कि उन्हें सलवा जुडूम के खिलाफ खड़ा होने कहा गया था. नक्सलियों के झांसे में आकर वे नक्सलवाद की ओर चल दिये थे. सरेंडर करने के पीछे उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ कब तक लड़ सकते हैं.
रविन्द्र उर्फ रव्वा 2008 से लेकर 2010 तक मिलिशिया सदस्य- तीर धनुष
2010 से 2013 तक डिफ्टी कमांडर- 303 रायफल
2013 से 2018 तक कमांडर- एसएलआर
वहीं रीना 2005 से 2008 तक- एलओएस सदस्य- 303 रायफल
2008 से 2016 तक एरिया केएमएस अध्यक्ष- देशी कट्टा