नई दिल्ली। कोरोना के रैपिड टेस्ट को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है.भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने रैपिड टेस्ट किट से टेस्टिंग पर दो दिनों के लिए रोक लगा दी है. दरअसल राजस्थान में यह किट जांच में असफल पाई गई, जिसके बाद वहां इससे जांच पर रोक लगा दी गई. वहीं पश्चिम बंगाल ने किट को डिफेक्टिव बताया था. अब रैपिड टेस्ट किट की विश्वसनीयता को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. आईसीएमआर ने भी इन शिकायतों पर संज्ञान लिया है और दो दिन तक रैपिड टेस्टिंग पर रोक लगा दी है. अब छत्तीसगढ़ सहित सभी राज्यों में अगले दो दिन तक इससे टेस्ट नहीं होंगे.
जानकारी के मुताबिक राजस्थान में रैपिड टेस्ट किट से 1232 लोगों का टेस्ट किया गया जिसमें सिर्फ दो लोग ही पॉजिटिव पाए गए. इस किट से जांच के नतीजे कितने सहीं है यह जानने के लिए कोरोना संक्रमितों की जांच इस किट से की गई. लेकिन जो नतीजे आए वह चौंकाने वाले थे. उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई. जिसके बाद राजस्थान सरकार ने इस पर रोक लगा दी.
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने मीडिया को बताया कि रैपिड टेस्टिंग किट का प्रभाव जानने के लिए एक कमेटी बनाई थी. रैपिड टेस्ट किट जांच में नतीजे 90 प्रतिशत सही होना चाहिए था लेकिन जो परिणाम वह केवल 5.4 प्रतिशत ही था.
आईसीएमआर केआर गंगाखेड़कर ने कहा कि हमने राज्यों से अगले दो दिनों के लिए रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट का उपयोग नहीं करने की सलाह दी. किट से की गई जांच के आंकड़ों में विविधताएं सामने आ रही है, जिसके चलते ऑन ग्राउंड टीमों द्वारा किट परीक्षण के बाद 2 दिनों में एडवाइजरी जारी की जाएगी.