रायपुर। आई.सी.एम.आर. (Indian Council of Medical Research) ने संदिग्ध कोरोना वायरस संक्रमितों की जांच के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. ऐसे सभी व्यक्ति जिन्होंने पिछले 14 दिनों में अंतरराष्ट्रीय यात्रा की हो और जिनमें इसके लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं, उन्हें 14 दिनों के होम क्वारेंटाइन में रहने कहा गया है. यदि वे बुखार या खांसी से पीड़ित या सांस लेने में कठिनाई महसूस कर रहे हों, तभी उनके सैंपल की जांच की जाए. कोरोना वायरस संक्रमण के पाजिटिव्ह मरीजों के साथ रह रहे परिवार के सभी सदस्यों को होम क्वारेंटाइन में रहने कहा गया है.

आई.सी.एम.आर. ने लैब में सैंपल जांच के बाद पाजिटिव्ह पाए गए मरीजों के संपर्क में आए ऐसे सभी व्यक्ति जिनमें संक्रमण के लक्षण हों, उनकी जांच करने के लिए कहा है. मरीजों के उपचार एवं देखभाल में लगे मेडिकल स्टॉफ जिनमें संक्रमण के लक्षण दिखाई दे रहे हों तथा श्वसन संबंधी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती मरीज जो बुखार, खांसी या सांस लेने में दिक्कत महसूस कर रहे हों, के भी सैंपल जांच करने के निर्देश आई.सी.एम.आर. ने दिए हैं.

कोरोना वायरस के पाजिटिव्ह मरीज के सीधे संपर्क एवं संक्रमण की गंभीर संभावना वाले ऐसे व्यक्ति जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं दिख रहे हों, उनके भी सैंपल जांच संपर्क में आने के पांचवें दिन से चौदहवें दिन के बीच एक बार किया जाना है. आई.सी.एम.आर. के दिशा-निर्देशों के मुताबिक सीधे संपर्क एवं संक्रमण की गंभीर संभावना में ऐसे लोगों को शामिल किया गया है, जो संक्रमण की पुष्टि वाले व्यक्ति के साथ एक ही घर में रह रहे हैं. इनमें ऐसे मेडिकल स्टॉफ को भी शामिल किया गया है जिन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा सुझाए गए समुचित सुरक्षा व सावधानी के बिना पाजिटिव्ह मरीजों का परीक्षण किया है.